बस्ती जिले में महिलाओं की सुरक्षा पूरी तरह से फेल साबित हो रही है
न्याय न मिलने पर आत्मदाह करने की धमकी दे रहा परिवार,
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक तरफ महिलाओं की सुरक्षा की बात करते है. वहीं बस्ती जनपद की पुलिस महिला सुरक्षा के नाम पर ही इतनी नफरत करती है कि महिलाओं के साथ उत्पीड़न की घटनाओं पर एफआईआर तक नही लिखती. लालगंज थाना क्षेत्र की एक महिला पिछले एक माह से न्याय के लिए भटक रही है, दबंगों ने महिला का हाथ तोड़ दिया. भद्दी-भद्दी गालियां भी दी और अब जान से मारने की धमकी दे रहे है. उसका कसूर सिर्फ इतना था कि उसके परिवार की तरफ से दबंगों के खिलाफ पूर्व में एक मारपीट का मुकदमा दर्ज करवाया गया था. लालगंज थाना क्षेत्र के विशुनपुरा गांव का है. जहां के रहने वाले 75 साल के बुजुर्ग वंशराज अपनी बहु और बेटो को न्याय दिलाने के लिए लगातार पुलिस अधिकारियों की चौखट पर पहुंच रहे है. वंशराज ने लिखित शिकायत के माध्यम से आरोप लगाया है कि 10 जुलाई को उसके गांव के रहने वाले दबंग अर्जुन, रामसुमेर और अन्य साथी मिलकर हमला बोल दिए. उनके घर पर ईंट पत्थर फेंके गए. बहू बिनद्रावती और बेटे योगेंद्र को लाठी डंडे मारा गया. बहु के हाथ में दबंगों के वार से गंभीर चोट आई और बाद में पता चला उसका हाथ टूट गया है.
आरोपियों के खिलाफ नहीं दर्ज की गई एफआईआर
सूचना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची और खून से लथपथ तीनों घायलों को इलाज के लिए भेजा गया. घटना के बाद पुलिस आरोपियों को पकड़कर चौकी लेकर आ गई. इसके बाद न जाने पुलिस को क्या हुआ उसने सभी दबंगों को छोड़ दिया और पीड़ित वंशराज की एफआईआर लिखने से इंकार कर दिया. तब से महिला और उसका परिवार एसपी, एसपी और डीएसपी से कई बार मिल चुका है. मगर थाने की तरफ से उसकी एफआईआर नहीं दर्ज की जा रही है.
क्या बोली पीड़ित महिला बिंद्रवती
महिला सुरक्षा को लेकर लालगंज थाने की पुलिस पूरी तरह से फेल साबित हो रही है. महिलाए उत्पीड़न का शिकार हो रही और उनके साथ इंसाफ करने के लिए बैठे पुलिस अफसर अपनी जिम्मेदारी से मुंह फेर रहे. इस प्रकरण में पीड़ित महिला बिंद्रावती ने कहा है कि उनके साथ अगर न्याय नहीं होता है तो वह पुलिस ऑफिस में जहर खाकर आत्मदाह कर लेगी. पुलिस विपक्षियों के दबाव में उनकी एफआईआर नहीं लिख रही तो क्या उम्मीद की जाए कि दबंगों को दंड मिलेगा. पीड़ित परिवार डर डर कर जीने को मजबूर है, कोई कार्य नहीं होने से दबंगों के हौसले और बुलंद हो गए है.
एसपी से शिकायत के बाद भी कोई एक्शन नहीं
वहीं इस पूरे मामले को लेकर जब हमने एसपी ओपी सिंह से बात की तो उनका कहना था कि उन्होंने एसओ लालगंज से कार्रवाई के लिए कह दिया है. मगर एक हफ्ते बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया. डीएसपी ने थानेदार से दो बार दबंगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई के लिए कहा उसके बाद भी एसओ ने कोई कार्रवाई नहीं की. पीड़ित वंशराज का कहना है कि उसकी हत्या भी दबंग कर सकते है, ऐसे में समय रहते अगर पुलिस ने एक्शन नहीं लिया तो किसी बड़ी वारदात से इंकार नहीं किया जा सकता.
आईजी ने कार्रवाई करने का दिया आदेश
पीड़ित परिवार एसपी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई, मगर इसके बाद भी कोई मुकदमा नहीं दर्ज किया गया. थक हारकर पीड़ित परिवार अब आला अधिकारियों को पत्र लिखकर अब आत्मदाह कर लेने की बात कही है. वही पुलिस उप महानिरीक्षक आरके भारद्वाज से पीड़ित महिला ने आज मिलकर शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद तत्काल एक्शन लेते हुए आईजी ने संबंधित को फटकार लगाते हुए न्यायोचित कार्रवाई करने का आदेश दिया है.