आज अल्पसंख्यक के जिला अध्यक्ष जमील खान के नेतृत्व में ACM ll अलीगढ़ को एक ज्ञापन सौपा गया
एनसीईआरटी द्वारा प्रकाशित कुछ पुस्तकों से संविधान की प्रस्तावना को हटा दिए जाने और बाबरी मस्जिद को 'तीन गुम्बद वाली संरचना' लिखने के संदर्भ में
आज अल्पसंख्यक के जिला अध्यक्ष जमील खान के नेतृत्व में ACM ll अलीगढ़ को एक ज्ञापन सौपा गयाविषय- एनसीईआरटी द्वारा प्रकाशित कुछ पुस्तकों से संविधान की प्रस्तावना को हटा दिए जाने और बाबरी मस्जिद को ‘तीन गुम्बद वाली संरचना’ लिखने के संदर्भ में.
आपको विदित होगा कि एनसीईआरटी द्वारा प्रकाशित कक्षा 3 की हिंदी, अंग्रेजी, गणित और ‘नई दुनिया हमारे आसपास’ (जो EVS की जगह लेती है) की किसी भी अपडेट की गई पाठ्यपुस्तक में प्रस्तावना शामिल नहीं है। पुरानी EVS पुस्तक ‘लुकिंग अराउंड’ और हिंदी पुस्तक ‘रिमझिम 3’ में प्रस्तावना शामिल थी। इसीतरह नई अंग्रेजी पाठ्यपुस्तक ‘पूर्वी’ में राष्ट्रगान शामिल है, जबकि संस्कृत पुस्तक ‘दीपकम’ में राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत दोनों शामिल हैं, लेकिन प्रस्तावना को छोड़ दिया गया है।
आपको बताने की ज़रूरत नहीं है कि प्रस्तावना संविधान का लघु रूप है और राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत या मौलिक अधिकार और कर्तव्य इसका स्थान नहीं ले सकते।
इसीतरह इस वर्ष जून में एनसीईआरटी ने कक्षा 12 की राजनीति विज्ञान की पाठ्यपुस्तक में भी संशोधन किया और ‘बाबरी मस्जिद’ शब्द को हटा दिया जिसे अब नए संस्करण में ‘तीन गुंबद वाली संरचना’ के रूप में संदर्भित किया गया है। यह प्रकरण स्पष्ट तौर पर ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ है. आपको विदित हो कि इस विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में अराजक तत्वों द्वारा तोड़ी गयी इमारत को ‘बाबरी मस्जिद’ ही कहा है. इसलिए यह बदलाव सुप्रीम कोर्ट की अवमानना भी मानी जाएगी.
अतः आपसे निवेदन है कि केंद्रीय शिक्षा मन्त्री होने के नाते अपनी ज़िम्मेदारी निभाएं और प्रस्तावना हटाने और बाबरी मस्जिद की जगह ‘तीन गुम्बद वाली संरचना’ लिखने वाले अधिकारियों के खिलाफ़ सख़्त कार्यवाई करें.
इस मोके पर सोशल मीडिया के प्रदेश महासचिव रामगोपाल रैना, जिला उपाध्यक्ष सागर सिंह तोमर, अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव विंसेंट जॉयल,अजमत खान पूर्व महानगर अध्यक्ष अनवर अकील, जिला महासचिव कैलाश गौतम, सोशल मीडिया के जिला अध्यक्ष मूवीशर अली, डॉ जमील अहमद, प्रदेश सोशल मीडिया के सचिव वसी अहमद, गुड्डू डांगा,आदि लोग