अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) ने को तीसरा मौसम गुब्बारा छोड़ा। यह गुब्बारा हरियाणा के गांव रीठ में जाकर गिरा
करीब 33 किमी की ऊंचाई पर जाकर गुब्बारा फूट गया
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) ने को तीसरा मौसम गुब्बारा छोड़ा। यह गुब्बारा हरियाणा के गांव रीठ में जाकर गिरा। गुब्बारा जैसे जैसे ऊपर जाता रहा, वैसे वैसे मौसम में बदलाव दर्ज किया गया। करीब 33 किमी की ऊंचाई पर जाकर गुब्बारा फूट गया। यूनिवर्सिटी के भूगोल विभाग की छत से दोपहर 2 बजकर 23 मिनट पर गुब्बारा छोड़ा गया। परियोजना निदेशक प्रो. अतीक अहमद ने बताया कि गुब्बारा छोड़ने के लिए इसरो और एयर ट्रैफिक कंट्रोल से अनुमति मांगी गई थी। अनुमति मिलने के बाद गुब्बारा छोड़ा गया। गुब्बारा में लगा उपकरण रेडियोसोंड हरियाणा के गांव रीठ में गिरा है। उन्होंने कहा कि पिछली दफा गुब्बारा 35.5 किमी की ऊंचाई पर फूटा था। इससे पहले 11 जुलाई और 26 जुलाई को गुब्बारा छोड़ा गया था प्रो. अतीक अहमद ने बताया कि मौसम गुब्बारे में करीब छह मीटर की रस्सी बंधी होती है। उसके अंतिम छोर पर रोडियोसोंड उपकरण बंधा होता है, जिसकी दाहिनी ओर लगे जीपीएस से लोकेशन की जानकारी मिलती है। बांयी ओर सेंसर लगा होता है, जो तापमान, आर्द्रता, दबाव, हवाओं की दिशा-गति की जानकारी एकत्र कर ट्रांसमीटर को देता। यह ट्रांसमीटर भूगोल विभाग की छत पर लगे रिसीवर को डेटा भेजता है, जो स्क्रीन पर प्रदर्शित होता रहता है। भविष्य में होगा फायदा प्रो. अतीक अहमद ने बताया कि महीने में दो गुब्बारे छोड़े जा रहे हैं। साल में 24 गुब्बारे छोड़े जाएंगे। किस महीने में मौसम का तापमान, आर्द्रता और दबाव कैसा रहा, इस आंकड़े से आने वाले साल में मौसम का पूर्वानुमान लगाया जाएगा।
इस तरह मौसम में होता रहा बदलाव
किमी तापमान आर्द्रता दबाव
0 31 डिग्री सेल्सियस 79 फीसदी 1000.2 मिली बार
9.8 माइनस 22.8 डिग्री सेल्सियस 62.5 फीसदी 30.4 मिली बार
13.30 माइनस 50.95 डिग्री सेल्सियस 70.50 फीसदी 18.56 मिली बार
18.17 माइनस 79.79 डिग्री सेल्सियस 61.47 फीसदी 8.26 मिली बार
30.20 माइनस 42.72 डिग्री सेल्सियस 3.47 फीसदी 1.23 मिली बार
31.38 माइनस 36.70 डिग्री सेल्सियस 0.97 फीसदी 1.04 मिली बार