दिल्ली के करोल बाग में रक्षाबंधन से दो दिन पहले दर्दनाक हादसा हो गया. बिल्डिंग की छत से एयर कंडीशनर की आउटडोर यूनिट गिरने से एक युवक की मौत हो गई.
एसी का यूनिट 8 साल पहले ऊपर लगवाया था.बिल्डिंग मालकिन ने कहा कि इलाके में बंदरों की संख्या बहुत है.
दिल्ली के करोल बाग में रक्षाबंधन से दो दिन पहले दर्दनाक हादसा हो गया. बिल्डिंग की छत से एयर कंडीशनर की आउटडोर यूनिट गिरने से एक युवक की मौत हो गई. जबकि दूसरा युवक हादसे में घायल हो गया. बताया जाता है कि बिल्डिंग की एंट्री गेट के पास दो लड़के आपस में बात कर रहे थे. जितेश चड्ढा नाम का युवक स्कूटी पर बैठा था. बगल में उसका दोस्त प्रांशु भी खड़े होकर बात कर रहा था. अचानक स्कूटी सवार युवक के सिर पर एसी की आउटडोर यूनिट गिर गयी. इस दौरान प्रांशु भी एसी की चपेट में आ गया.हादसे में दोनों युवक घायल हो गये. लोगों ने दोनों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया. डॉक्टरों ने जितेश चड्ढा को मृत घोषित कर दिया. वहीं, उसका दोस्त प्रांशु जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. फॉरेंसिक टीम ने स्पॉट पर पहुंचकर एसी क्रैश होने के कारणों का पता लगाया. जितेश की मौत से परिवार में मातम पसरा है. जीतेन और प्रीति चड्ढा का 18 वर्षीय बेटा अब दुनिया में नहीं है. डोरीवालान निवासी दंपति के घर पर रक्षाबंधन की तैयारी चल रही थी.
घर पर रक्षाबंधन की चल रही थी तैयारी बहन हिमानी चड्ढा, भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए राखी ला चुकी थी. भाई की मौत से आहत बहन अब मां के आंसू पोछ रही है. बेटी मां को हिम्मत देने की कोशिश कर रही है. मृतक की मां ने बताया कि बेटा दो मिनट में वापस आने का कहकर बाहर गया था. मां खाना निकालकर बेटे का इंतजार कर रही थी. रक्षाबंधन के लिए चॉकलेट बनाने की बात सुनकर बेटा बहुत खुश हुआ था. उसने दो मिनट में वापस आकर खाने की बात कही थी. मां रोते हुए कहती है, ‘अब बेटा कभी नहीं आयेगा.’
दर्दनाक हादसे में परिवार ने बेटे को खोया उन्होंने कहा कि बेटे की कमी पूरी नहीं हो सकती है. हादसा एसी मालिक की लापरवाही के कारण हुआ है. बिल्डिंग की मालकिन वीना ने जितेश के घर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी. उन्होंने बताया कि बंदरों ने एसी का यूनिट गिरा दिया था. बिल्डिंग मालकिन घटना के वक्त रूम में चाय पी रही थी. उन्होंने बताया कि एसी का नट-बोल्ट वगैरह सब टाइट था. गर्मी में दो बार ऐसी की सर्विसिंग भी हुई थी. एसी का यूनिट 8 साल पहले ऊपर लगवाया था.बिल्डिंग मालकिन ने कहा कि इलाके में बंदरों की संख्या बहुत है. घटना के पीछे लापरवाही किसी की नहीं है. बिल्डिंग में किरायेदार भी नहीं रहते हैं. ऐसे में हादसे का जिम्मेदार किसे ठहराया जा सकता है. चश्मदीद विनीता चड्ढा का दावा है कि एसी यूनिट के नीचे का लोहे वाला हिस्सा शायद गला हुआ था. बारिश के दौरान लोहे में जंग लग जाती है. विनीता के मुताबिक, घटना का कोई जिम्मेदार नहीं है. लोगों को सतर्कता बरतनी चाहिए. एसी की यूनिट को लगातार चेक करते रहना चाहिए.