नोएडा के एक नामी स्कूल में 3.5 साल की मासूम बच्ची के साथ बदसलूकी का मामला सामने आया
19 अक्टूबर को स्कूल में पेटीएम होनी थी, जिसमें अभिभावकों ने सोचा था कि स्कूल के प्रिंसिपल और स्टाफ से बातचीत की जाएगी
नोएडा के एक नामी स्कूल में 3.5 साल की मासूम बच्ची के साथ बदसलूकी का मामला सामने आया. इसके बाद पुलिस प्रशासन को अभिभावक ने जब शिकायत की तो आरोपी स्कूल सफाई कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया. यह मामला जब पूरी तरह खुला तो यह बात पता चली की स्कूल में क्लास टीचर को बच्ची ने आपबीती बताई थी, लेकिन इस पर पर्दा डालने का काम क्लास टीचर ने किया. इसके बाद क्लास टीचर और स्कूल सिक्योरिटी इंचार्ज को भी गिरफ्तार कर कार्रवाई पुलिस की तरफ से की गई.इस पूरे मामले के बाद से स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक गुस्से में है क्योंकि यह मामला एक नामी स्कूल के जूनियर विंग का है, जहां पर छोटे बच्चे पढ़ते हैं जो शायद अपनी आपबीती ठीक तरह से किसी को बता भी ना सकें. उनकी सेफ्टी और सिक्योरिटी को लेकर स्कूल प्रशासन पर अभिभावकों ने सवाल खड़े किए. यह मामला बीते 10 अक्टूबर का है. जिसके बाद अभिभावकों को पेरेंट्स टीचर मीटिंग के लिए नोटिफिकेशन पहुंचा. शनिवार 19 अक्टूबर को स्कूल में पेटीएम होनी थी, जिसमें अभिभावकों ने सोचा था कि स्कूल के प्रिंसिपल और स्टाफ से बातचीत की जाएगी ताकि जो उनके मन में सवाल है, उसके जवाब मिल सके. लेकिन अभिभावकों को देर रात नोटिफिकेशन पहुंच के पीटीएम कैंसिल कर दी गई है, जिसके बाद अभिभावकों में घुसा और बढ़ गया.
प्रशासन हुआ एक्टिव
पेरेंट्स टीचर मीटिंग ना होने के बावजूद भी पेरेंट्स शनिवार की सुबह स्कूल पहुंच गए. इसके बाद वह लगातार प्रिंसिपल से मिलने की मांग करते थे. जब प्रिंसिपल से मुलाकात नहीं हुई तो यह मामला आगे बढ़ गया. अभिभावक डीएम से मिले, इसके बाद डीएम की तरफ से आश्वासन दिया गया कि अगर स्कूल प्रशासन प्रिंसिपल आप लोगों से नहीं मिलती तो फिर हम कार्रवाई करेंगे. इसके बाद भी प्रिंसिपल अभिभावकों से नहीं मिली. इसके बाद पुलिस प्रशासन, सिटी मैजिस्ट्रेट, स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के सभी लोग स्कूल परिसर के अंदर साथ बैठे जहां सभी अभिभावकों को बिठाया गया और एक मीटिंग का सिलसिला शुरू हुआ.मीटिंग में पेरेंट्स ने बहुत सारे सवाल स्कूल मैनेजमेंट कमेटी से किए गए. कुछ सवालों का जवाब मैनेजमेंट कमेटी के पास नहीं था. कई घंटे चली इस मीटिंग के बाद स्कूल मैनेजमेंट पर जब पुलिस प्रशासन और अभिभावकों का शोर पड़ा तब मैनेजमेंट की तरफ से स्कूल प्रिंसिपल और अन्य को स्कूल से हटाने की बात कही गई.