नौ सीटों पर उपचुनाव के बाद अब अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर भी उपचुनाव का रास्ता साफ
हाईकोर्ट ने बीजेपी नेता और पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा की याचिका को खारिज कर दिया
यूपी की नौ सीटों पर उपचुनाव के बाद अब अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर भी उपचुनाव का रास्ता साफ हो गया है. हाईकोर्ट ने बीजेपी नेता और पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा की याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें अवधेश प्रसाद की निर्वाचन को चुनौती दी गई थी. ऐसे में चुनाव आयोग कभी भी इस सीट पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान कर सकता है. ऐसे में अयोध्या में एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच टक्कर देखने को मिलेगी. जिसे लेकर दोनों दलों के बीच हलचल तेज हो गई है. कोर्ट का आदेश अपलोड होने में एक या दो दिन लगेंगे, जिसके बाद मिल्कीपुर में चुनाव का रास्ता साफ हो जाएगा. इसके बाद चुनाव आयोग आगे की कार्रवाई शुरू कर देगा. जिला प्रशासन की ओर से इस सीट पर चुनाव की तैयारी पहले ही की जा चुकी है. ऐसे में अब मिल्कीपुर में एक बार फिर से सियासी गतिविधियां तेज होने लगेगीं.
अयोध्या की हार का बदला लेगी बीजेपी!
यूपी की नौ सीटों पर हुए उपचुनाव में जीत हासिल करने के बाद बीजेपी के हौसले भी बुलंद हैं. जिसके बाद अब भाजपा की नजर मिल्कीपुर सीट पर लग गई है. इस सीट पर जीत हासिल करके भाजपा फैजाबाद सीट पर सपा के हाथों मिली हार का बदला लेना चाहती है. बीजेपी ने हाल के चुनाव में कुंदरकी और कटेहरी जैसी सीटों पर कब्जा कर लिया जो सपा का गढ़ रही है. कुंदरकी में तो बीजेपी 31 साल बाद चुनाव जीती है. वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के सामने अपने गढ़ के बचाने की चुनौती होगी. अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर साल 2022 के चुनाव में सपा के अवधेश प्रसाद ने जीत दर्ज की थी. लेकिन, 2024 में फैजाबाद से सांसद बनने के बाद ये सीट खाली हो गई. जिसके बाद अब अब यहां उपचुनाव होगा. सपा पहले ही इस सीट पर अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को अपना उम्मीदवार घोषित कर चुकी है जबकि बीजेपी ने कि प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया था. बीजेपी में भी इस सीट पर दावेदारों की लंबी लिस्ट है.