जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक सम्पन्न
70 प्लस 23689 लोगों के गोल्डन कार्ड बनाकर जिले को प्रदेश में मिला 12वां स्थान

अलीगढ़ : जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में बुधवार को कलैक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में सीडीओ प्रखर कुमार सिंह, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सुभांशु कटियार, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नीरज त्यागी, सभी सीएमएस, सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्साधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान में सक्रिय सहयोग न करने पर डीपीआरओ को प्रतिकूल प्रविष्टि निर्गत करने के निर्देश दिए। डीएम ने कहा कि 30 अप्रैल को दस्तक एवं संचारी रोग नियंत्रण अभियान समाप्त हो गया है लेकिन अभियान के तहत जारी गतिविधियां अन्तर्विभागीय समन्वय से अनवरत जारी रहेंगीं। डीएम ने जिले में संचालित विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा करते हुए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि जननी सुरक्षा योजना, आयुष्मान भारत योजना, मिशन इन्द्रधनुष, टीकाकरण कार्यक्रम एवं मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाया जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पात्र लाभार्थी तक योजनाओं का लाभ पहुंचना चाहिए। जिलाधिकारी ने सरकारी अस्पतालों की स्वच्छता, चिकित्सकों की उपस्थिति, दवा की उपलब्धता, उपकरणों की कार्यशीलता एवं स्वास्थ्य कर्मियों के आचरण को प्राथमिकता से सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मरीजों को बेहतर सेवा मिले, इसके लिए समयबद्ध और जवाबदेही व्यवस्था जरूरी हैमुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को समय से भुगतान सुनिश्चित किया जा रहा है। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत अब तक 70 प्लस 23689 लोगों के गोल्डन कार्ड जारी किए जा चुके हैं जोकि प्रदेश में 12 वां स्थान है जबकि योजनान्तर्गत 172505 लोगों को उपचारित कर जिले को प्रदेश में 11 वां स्थान मिला है। बैठक में आरोग्य मेला, परिवार नियोजन, क्षय रोग उन्मूलन, मलेरिया नियंत्रण एवं अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों की प्रगति रिपोर्ट भी प्रस्तुत की गई। डीएम ने निर्देश दिए कि ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्रों में विशेष स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन कर अधिकाधिक लोगों को लाभान्वित किया जाए। डीएम ने ई-कवच पोर्टल पर जिले के सभी 30 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के व्यक्तियों का पंजीकरण कराने के लिए ग्रामवार शिविर लगाने के निर्देश दिए। बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों से कहा कि वे समर्पित भाव से कार्य करें और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हेतु फील्ड विजिट कर वास्तविक स्थिति का आंकलन करें।