अलीगढ़

नर्सिंग ऑफिसर यूनियन ने किया शांतिपूर्ण मार्च, वर्षों से लंबित मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन

यूनियन के अध्यक्ष सिजाउद्दीन अंसारी, सेक्रेटरी जनरल रिंकू चौधरी, उपाध्यक्ष निसार जहान और शाकिर , ज्वाइंट सेक्रेटरी कामिल,सम्पत,शाजिद, अजबर, अकबर तौशिफ, सादिक, स्ट्रेला भारद्वावाज, साहिबा, इंदु,इस मार्च में प्रमुख रूप से शामिल रहे

अलीगढ़ (जेएनएमसीएच): आज 28 मई 2025 को जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (JNMCH) के नर्सिंग ऑफिसर यूनियन द्वारा वर्षों से लंबित मांगों को लेकर एक शांतिपूर्ण मार्च निकाला गया।जिसमे नर्सिंग ऑफिसर, इंचार्ज और अन्य स्टाफ ने यह मार्च ट्रॉमा सेंटर से शुरू होकर पुराने ओपीडी ब्लॉक होते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (CMS) कार्यालय तक गया।इस दौरान यूनियन की ओर से सीएमएस डॉ. हबीब रज़ा को एक आधिकारिक ज्ञापन सौंपा गया। यूनियन के अध्यक्ष सिजाउद्दीन अंसारी, सेक्रेटरी जनरल रिंकू चौधरी, उपाध्यक्ष निसार जहान और शाकिर , ज्वाइंट सेक्रेटरी कामिल,सम्पत,शाजिद, अजबर, अकबर तौशिफ, सादिक, स्ट्रेला भारद्वावाज, साहिबा, इंदु,इस मार्च में प्रमुख रूप से शामिल रहे।यूनियन का कहना है कि वर्ष 2016 से अब तक नर्सिंग स्टाफ की नई भर्तियों का कोई विज्ञापन जारी नहीं किया गया है। साथ ही, डीपीसी (DPC) और एमएसीपी (MACP) जैसी सुविधाएं भी लंबे समय से नहीं दी गई हैं। ज्ञापन मेंसमान कार्य के लिए समान वेतनकी भी मांग की गई है, क्योंकि अनुबंध पर कार्यरत नर्सिंग स्टाफ को नियमित कर्मचारियों की तुलना में कम वेतन मिलता है।यूनियन ने यह भी मांग की है कि विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारियों को सीजीएचएस (CGHS) की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।

 

उपाध्यक्ष निसार ओर  ऑल इंडिया गवर्नमेंट नर्सेस फेडरेशन  उपाध्यक्ष आशिक अली ने कहा कि कार्य के दौरान नर्सिंग स्टाफ पर अत्यधिक मानसिक दबाव होता है।एक नर्स को 60 मरीजों की देखभाल करनी पड़ती है, जो कि सरकार के नियमों के अनुरूप नहीं है,”

उन्होंने कहा।रिंकू चौधरी यूनियन महामंत्री ने लंबित मांगों रिक्रूटमेंट, डीपीसी, फिक्स्ड स्टाफ की सैलरी के बारे में मीडिया हाउसेज को जानकारी दिया यूनियन अध्यक्ष सिज्जाउद्दीन अंसारी ने भी रिक्रूटमेंट, डीपीसी के बारे में बताया मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने ज्ञापन को विश्वविद्यालय के कुलपति को अग्रेषित कर दिया है। यूनियन ने स्पष्ट किया है कि वह इन मुद्दों को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है और जब तक समाधान नहीं होता, संघर्ष जारी रहेगा।

JNS News 24

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