किसानों की समस्याओं के निराकरण के लिए सम्पन्न हुआ किसान दिवस
विभिन्न विभागीय अधिकारियों की मौजूदगी में उठी ज्वलंत समस्याएं

अलीगढ़ जिलाधिकारी संजीव रंजन के निर्देशानुसार बुधवार को किसान कल्याण केन्द्र क्वार्सी फार्म परिसर में किसान दिवस का आयोजन उप कृषि निदेशक चौधरी अरुण कुमार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। बैठक में कृषि, विद्युत, सिंचाई, बीमा, खाद्य, बैंकिंग एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ जनपद के प्रमुख कृषक प्रतिनिधि उपस्थित रहे कार्यक्रम के प्रारम्भ में कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ0 अशरफ अली द्वारा मक्का, उर्द, मूंग एवं धान जैसी फसलों में कीट प्रबंधन पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों के प्रयोग के लिए जागरूक किया गया। बैठक के दौरान कृषकों द्वारा कई महत्वपूर्ण समस्याएं एवं सुझाव रखे गए, जिनमें प्रमुख रूप से वीरेन्द्र कुमार द्वारा गांवों में जर्जर विद्युत लाइनों को बदलवाने, चौधरी नवाव सिंह पूर्व महासचिव भारतीय किसान यूनियन द्वारा मक्का एवं बाजरा का समर्थन मूल्य बढ़ाने एवं खरीफ विपणन वर्ष 202526 के लिए मक्का, बाजरा की खरीद 01 जून से प्रारम्भ करने, मोहनलाल द्वारा निजी नलकूप उपभोक्ताओं को 1045 यूनिट से अधिक बिजली खपत पर यथोचित बिल देने की मांग, भगवती प्रसाद शर्मा द्वारा नकली बीज एवं कीटनाशकों की बिक्री रोकने के लिए छापेमारी की मांग, धान की रोपाई के दौरान बिजली आपूर्ति बढ़ाने का आग्रह, किसान क्रेडिट कार्ड से संबंधित खतौनी बंधन मुक्ति की समस्या, फसल बीमा के विकल्प एवं क्षतिपूर्ति संबंधी प्रक्रिया पर विस्तृत चर्चा की गई। बैंक प्रतिनिधियों द्वारा बताया गया कि केसीसी जमा करने के उपरांत ऑनलाइन माध्यम से तहसील पोर्टल पर खतौनी बंधनमुक्त करने के लिए अग्रसारित किया जाता है। फसल बीमा प्रतिनिधि ने स्पष्ट किया कि बीमा न चाहने वाले कृषकों को 24 जुलाई (खरीफ) एवं 24 दिसंबर (रबी) से पूर्व बैंक में संबंधित घोषणा करनी होगी। क्षति की स्थिति में 72 घंटे के भीतर टोल फ्री नंबर 14447 पर सूचना देना अनिवार्य है। इफको, डीएपी उर्वरक की उपलब्धता संबंधी प्रश्न पर बताया गया कि शीघ्र ही 1344 मीट्रिक टन डीएपी जनपद को प्राप्त होगी, जिसका वितरण सहकारी समितियों के माध्यम से किया जाएगा। जिला कृषि अधिकारी ने कृषकों से फास्फेटिक उर्वरकों के वैकल्पिक स्रोतों के उपयोग का आग्रह किया। उप कृषि निदेशक चौधरी अरुण कुमार द्वारा संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि किसान दिवस में प्राप्त शिकायतों का गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण कर एक सप्ताह के भीतर आख्या उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।