अलीगढ़

जिला कृषि अधिकारी धीरेंद्र सिंह चौधरी की किसानों से अपील – यूरिया पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध, अफवाहों पर ध्यान न दें

जनपद में खरीफ सीजन की फसलें धान और बाजरा पूरी तरह से खेतों में लहलहा रही

अलीगढ़। जनपद में खरीफ सीजन की फसलें धान और बाजरा पूरी तरह से खेतों में लहलहा रही हैं। ऐसे समय में किसानों को उर्वरक विशेषकर यूरिया की आवश्यकता सबसे अधिक होती है। इसी क्रम में जिला कृषि अधिकारी धीरेंद्र सिंह चौधरी ने किसानों से अपील करते हुए साफ किया है कि जनपद में यूरिया की किसी भी तरह की कमी नहीं है। वर्तमान समय में 10,678 मीट्रिक टन यूरिया जनपद के गोदामों और क्रय केंद्रों पर उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि किसानों को कतई परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। सभी क्रय केंद्रों पर किसान भाई अपनी खतौनी के आधार पर 1-2 बैग यूरिया आसानी से क्रय कर सकते हैं। कृषि विभाग की ओर से दुकानदारों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे केवल खतौनी और आधार कार्ड के आधार पर ही यूरिया और अन्य उर्वरकों की बिक्री करें। जिला कृषि अधिकारी धीरेंद्र सिंह चौधरी ने किसानों को जागरूक करते हुए कहा कि जब भी कोई किसान उर्वरक खरीदे तो POS मशीन पर अंगूठा लगाने के बाद निकलने वाली पर्ची को अवश्य लें और उसमें यह भी जांच लें कि पर्ची पर वही मात्रा अंकित है जो किसान ने खरीदी है। यदि पर्ची में अधिक मात्रा अंकित हो या दुकानदार यूरिया देने से मना करे, तो किसान तुरंत दुकानदार से स्टॉक की पर्ची निकलवाएं।इसके साथ ही जिला कृषि अधिकारी धीरेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि यदि कोई दुकानदार किसानों को भ्रमित करता है या उर्वरक देने में आनाकानी करता है तो किसान सीधे विभाग के कंट्रोल रूम नंबरों पर फोन कर सकते हैं, साथ ही व्यक्तिगत रूप से उन्हें भी सूचना दे सकते हैं। ऐसी किसी भी शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी और दोषी दुकानदार पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। धान की फसल में कीटनाशक दवाओं के प्रयोग को लेकर भी उन्होंने जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ब्लॉक स्तर पर कृषि विभाग की इकाइयां मौजूद हैं जहाँ कृषि रक्षा कर्मचारी तैनात हैं। किसान वहां से सही दवा और उसके उपयोग की जानकारी ले सकते हैं। यदि दवा बाहर से खरीदते हैं तो उसकी बिल पर्ची अवश्य लें, जिससे भविष्य में किसी भी प्रकार की समस्या होने पर कार्रवाई की जा सके। जिला कृषि अधिकारी ने यह भी बताया कि जनपद में ऑनलाइन पोर्टल ‘फर्टिलाइजर’ के माध्यम से लगातार निगरानी की जा रही है। यदि कोई दुकानदार किसानों को उनकी पात्रता से अधिक मात्रा में उर्वरक उपलब्ध कराता है, तो उस पर तत्काल कार्रवाई होती है। जुलाई माह में विभाग को ऐसे 10 दुकानदारों की शिकायतें मिली थीं, जिनमें से 9 दुकानदारों के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि विभाग बहुत सख्त निगरानी कर रहा है। किसी भी किसान को एक टन से अधिक उर्वरक लेने की स्थिति में विभाग जांच करता है। सहकारिता विभाग और कृषि विभाग की संयुक्त टीम इसके लिए मौके पर जाकर सत्यापन करती है। यदि किसी भी स्तर पर गड़बड़ी पाई जाती है तो दोषी दुकानदार के खिलाफ तुरंत सख्त कदम उठाए जाते हैं। जिला कृषि अधिकारी धीरेंद्र सिंह चौधरी ने किसानों से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल खतौनी व आधार कार्ड के आधार पर POS मशीन से ही उर्वरक क्रय करें। यूरिया और अन्य उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता है, इसलिए किसी भी तरह की घबराहट की आवश्यकता नहीं है।

JNS News 24

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