शहर के ड्रैनेज सिस्टम को प्रभावी बनाने के लिए नगर आयुक्त ने कसी कमर- नए साल में प्रभावी ड्रेनेज़ सिस्टम की मिलेगी शहर वासियों को सौगात
नगर आयुक्त ने किया निरीक्षण-सीएनडीएस जल निगम की निर्माणधीन परियोजनाओं का नगर आयुक्त ने किया भौतिक सत्यापन

दिसंबर 2025 तक छर्रा अड्डा नये पम्पिग स्टेशन का पूरा होगा काम-नगर आयुक्त ने सीएनडीएस के प्रोजेक्ट मैनेजर को दी चेतावनीशहर की बहुप्रतीक्षित ड्रेनेज सिस्टम परियोजना को समयबद्ध तरीके से पूर्ण कराने हेतु नगर आयुक्त/सीईओ अलीगढ़ स्मार्ट सिटी लिमिटेड प्रेम प्रकाश मीणा ने शनिवार को विभिन्न स्थलों का भौतिक निरीक्षण किया। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत लगभग 62 करोड़ रुपये की लागत से संचालित इस महत्वाकांक्षी परियोजना के अंतर्गत छर्रा अड्डा, आगरा रोड, मैरिस रोड, पला और कालीदह पोखर क्षेत्र में सम्पवेल निर्माण व राइजिंग मेन डालने का कार्य प्रगति पर है।नगर आयुक्त ने मुख्य अभियंता वी.के. सिंह, अधिशासी अभियंता बिजेन्द्र पाल सिंह तथा सीएनडीएस के प्रोजेक्ट मैनेजर गिरीश कुमार, रोहित तोमर के साथ छर्रा अड्डा पुल के नीचे सीएनडीएस द्वारा निर्माणाधीन 130 एमएलडी क्षमता के सम्पवेल, पला क्षेत्र में निर्माणाधीन 5.76 एमएलडी क्षमता के सम्पवेल और कालीदह पोखर के पास 8.64 एमएलडी क्षमता के सम्पवेल का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण सामग्री की गुणवत्ता और तकनीकी मानकों का भी मौके पर सत्यापन किया।निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए कि परियोजना के सभी कार्य दिसम्बर 2025 तक हर हाल में पूर्ण किए जाएँ। उन्होंने कहा कि “दिसम्बर 2025 अंतिम डेडलाइन है। शहरवासियों को नए वर्ष की शुरुआत में आधुनिक ड्रेनेज व्यवस्था की सौगात मिलेगी। छर्रा अड्डा, पला और कालीदह में निर्मित होने वाले सम्पवेल क्रियाशील होने के बाद शहर में जलभराव की समस्या में सुधार होगा और नागरिकों को निश्चित रूप से राहत मिलेगी।नगर आयुक्त ने निर्देश दिए कि प्रोजेक्ट मैनेजर और तकनीकी इंजीनियर नियमित रूप से निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच करें। उन्होंने कहा कि निर्माण सामग्री का प्रतिदिन भौतिक सत्यापन किया जाए तथा प्रत्येक साइट का सुबह और शाम दो बार निरीक्षण कर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। साथ ही संबंधित ठेकेदारों को भी समयसीमा का कड़ाई से पालन करने और मानक गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया।निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त ने कहा कि शहर की ड्रेनेज व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए यह परियोजना अलीगढ़ के लिए मील का पत्थर साबित होगी।



