विजयदशमी पर रावण दहन की प्रक्रिया अच्छाई पर बुराई की जीत, सत्य की विजय और अहंकार के नाश का प्रतीक है
विजयदशमी के पावन पर्व पर सिविल डिफेन्स नागरिक सुरक्षा के 120 जवानों ने शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था का कार्यभार संभाला

विजयदशमी पर रावण दहन की प्रक्रिया अच्छाई पर बुराई की जीत, सत्य की विजय और अहंकार के नाश का प्रतीक है, जिसकी शुरुआत भगवान राम के द्वारा रावण वध के बाद हुई थी। इस दिन रावण के पुतले को जलाकर अन्याय, अत्याचार और अनैतिकता का अंत किया जाता है, यह संदेश दिया जाता है कि अंततः जीत धर्म और सच्चाई की ही होती इस बार दशहरे की शुरुआत गांधी जयंती के दिन 2 अक्टूबर से हो रही है अलीगढ़ नुमाइश ग्राउंड में रावण दहन किए जाने को लेकर अपर जिलाधिकारी (नगर) महोदय एवं प्रभारी अधिकारी नागरिक सुरक्षा अलीगढ़ के आदेशानुसार एवं उप नियंत्रक महोदय तथा वरिष्ठ सहायक उप नियंत्रक महोदया के निर्देशन में तथा सिविल डिफेंस से श्री सी.पी सिंह महोदय की उपस्थिति में नागरिक सुरक्षा के 120 जवानों की ड्यूटी शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से शाम 4:00 बजे से समाप्ति तक लगाई गई नागरिक सुरक्षा के समस्त जवानों ने शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था को संभालते हुए विजयदशमी के पर्व को सकुशल संपन्न कराने में शासन व प्रशासन का पूर्ण सहयोग किया. जिसके लिए अपर जिलाधिकारी (नगर) महोदय एवं प्रभारी अधिकारी नागरिक सुरक्षा अलीगढ़ एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा नागरिक सुरक्षा के समस्त जवानों के सराहनीय कार्य की प्रशंसा की गई



