कासगंज

आंदोलन के अंतिम दिन बड़ी संख्या में काली पट्टी बांधकर किया शिक्षण कार्य

 महीने भर से अधिक समय तक शिक्षकों ने लगातार काली पट्टी बांधकर किया मौन विरोध

कासगंज
सेवारत शिक्षकों पर अनिवार्य टीईटी परीक्षा लागू किए जाने के निर्णय से शिक्षक वर्ग खासा निराश है। करीब एक महीने से अधिक समय तक जनपद के परिषदीय शिक्षक हाथ में काली पट्टी बांधकर मौन विरोध किया। अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ और उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुशील पांडे के आवाह्न पर प्रदेश भर के शिक्षक आंदोलित हैं।

प्राथमिक शिक्षक संघ के महामंत्री मुनेश राजपूत ने बताया कि यदि परिणाम सकारात्मक नहीं मिला तो संगठन के निर्देशानुसार आगे रणनीति बनाकर दिल्ली कूच की तैयारी होगी। वहीं वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिलीप यादव ने कहा कि पहले से सेवारत साथियों पर टीईटी लागू करना किसी भी स्थिति से न्यायोचित नहीं है। जिला मीडिया प्रभारी दीपक मिश्र ने बताया कि संगठन शिक्षक हित में सदैव तत्पर है और आगे शीर्ष नेतृत्व के दिशानिर्देश अनुसार शिक्षक हित में कार्य करता रहेगा। गुरुवार को कंपोजिट विद्यालय पटियाली, औरंगाबाद, नकडरू, चकेरी, सहावर, छावनी, प्राथमिक विद्यालय नगला लक्ष्मण, सुल्तानपुर, क्यमपुर, लोंगपुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय ब्रह्मपुरी, नगला यादकरन, नदरई सहित बड़ी संख्या में जनपद के विद्यालयों में शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य किया।

JNS News 24

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