विशेष सचिव ने अलीगढ़ मंडियों और गौ-आश्रय स्थल का किया निरीक्षण, व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के दिए निर्देश
किसानों की उपज की समयबद्ध खरीद सुनिश्चित करना और गौ-आश्रय स्थलों को व्यवस्थित रूप से संचालित करना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता

अलीगढ़ : शासन से नामित नोडल अधिकारी एवं उत्तर प्रदेश शासन के विशेष सचिव पशुपालन देवेंद्र पाण्डेय ने शुक्रवार धनीपुर मंडी एवं गभाना मंडी का निरीक्षण किया। उन्होंने धान, बाजरा, मक्का सहित अन्य फसलों के क्रय कार्यों की वास्तविक स्थिति का आकलन किया और मंडी में मौजूद किसानों से संवाद स्थापित करते हुए उनकी समस्याएँ सुनीं।श्री पाण्डेय ने किसानों की बताई गई कठिनाइयों पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करने के लिए डिप्टी आरएमओ और आरएमओ को आवश्यक निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी सहित राजस्व, मंडी एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौके पर उपस्थित रहे। उन्होंने मंडी परिसर में सुविधाओं, तौल व्यवस्था, खरीद की गति एवं भुगतान की प्रगति की भी समीक्षा की।मंडियों के निरीक्षण के बाद विशेष सचिव ने ओगर नगला राजू स्थित वृहद गौ-आश्रय स्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अपर निदेशक पशुपालन, मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एवं पशु चिकित्साधिकारी वीरपुरा मौजूद रहे। श्री पाण्डेय ने गौ आश्रय स्थल संचालिका को निर्देश दिया कि आश्रय स्थल में संरक्षित गौवंश को हरा चारा एवं साइलेज नियमित रूप से उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने पशुओं के स्वास्थ्य, साफ-सफाई और उपलब्ध संसाधनों की भी समीक्षा की।विशेष सचिव ने मंडलायुक्त संगीता सिंह की अध्यक्षता में अपर आयुक्त प्रशासन अरूण कुमार के साथ कलैक्ट्रेट स्थित एनआईसी में आयोजित बैठक में प्रतिभाग किया। बैठक में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मंडल के सभी मुख्य विकास अधिकारी, पशुपालन विभाग एवं अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ विकास कार्यों, पशुपालन योजनाओं एवं मंडियों की व्यवस्था को लेकर विस्तृत चर्चा हुई।विशेष सचिव ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप किसानों एवं पशुपालकों को सुविधाएँ उपलब्ध कराना, समयबद्ध खरीद सुनिश्चित करना और गौ-आश्रय स्थलों को व्यवस्थित रूप से संचालित करना प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी व्यवस्थाएँ निर्धारित मानकों के अनुरूप सुचारू रूप से संचालित हों, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए।



