अलीगढ़

₹1 करोड़ 49 लाख 42 हजार की लागत के 2 नए आधुनिक कचरा डलाव घर हुए शुरू

शहर की सड़कों को कचरा मुक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम

कचरे से निज़ात की दिशा में महापौर व नगर आयुक्त की नगरवासियों को बड़ी सौग़ात- सड़कों पर जगह जगह पड़े कचरे से शहर वासियों को मिलेगी बड़ी राहतदूसरे चरण में 02 नए आधुनिक कचरा डलाव हुए शुरू-महापौर नगर आयुक्त ने पार्षदों संग विधिवत किया शुभारंभलगभग ₹1 करोड़ 49 लाख 42 हजार की लागत से नगर निगम द्वारा शहर के बरौला बाईपास व धौरामाफी में 2 आधुनिक कचरा डलाव घर( कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन) का महापौर प्रशांत सिंघल और नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा ने विधिवत शुभारंभ किया।नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा ने बताया शहर को कचरा मुक्त बनाने की दिशा में अलीगढ़ नगर निगम द्वारा प्रभावी कदम उठाया गया है इसके तहत पहले चरण में अलीगढ़ के जमालपुर, कमेला रोड,ओजोन सिटी और शाहजमल के क्षेत्र में आधुनिक डलाव घर अपनी पूरी क्षमता के साथ क्रियाशील है आज दूसरे चरण में बरौला बाईपास व धौरामाफी में बने आधुनिक कचरा डलाव घर भी पूरी क्षमता के साथ संचालित होना शुरू हो गए है।उन्होंने बताया कि इन 2 नए ऑटोमेटिक कचरा डलाव घर से लगभग 13 पार्षद वार्ड आच्छादित होंगे इन 13 वार्डो से निकलने वाले लगभग 36 मीट्रिक टन घर-घर के कचरे को सीधे टाटा टेंपो ऑटोमेटिक डलाव घर लाएंगे। इस नई व्यवस्था से इन क्षेत्रों में सड़क किनारे जगह-जगह बड़े-बड़े कचरे से अब शहर वासियों को राहत मिलेगी.ये बड़े कचरा पॉइंट होंगे समाप्तनगर आयुक्त ने बताया कि बरौला व धौरामाफी आधुनिक कचरा डलाव घर के क्रियाशील होते ही इन दोनों क्षेत्र के अंतर्गत बरोला गौशाला, फिरदौस नगर पुल, बाईपास पटवारी नगला, मेडिकल टर्न बायपास रोड, इकरा कॉलोनी धौरामाफी मंदिर वाला, जमालपुर टर्न बायपास रोड और आरके गार्डन धौरामाफी के कचरा पॉइंट समाप्त हो जाएंगे।वित्तीय व तकनीकी जानकारीनगर आयुक्त ने आधुनिक ट्रांसफर स्टेशन के बारे में बताया कि घर-घर कचरा संग्रहण कार्य में तेजी आयेगी आस-पास के वार्डो के लिये कूड़ा डम्प करने का पूरा काम होगा, खुले में कचरा डम्प नहीं होगा, डोर टू डोर के वाहन, रिक्शा आदि सीधे कैप्सूल के अंदर कूड़ा खाली करेंगे और ये कैप्सूल पूरा भरने पर हुक लोडर वाहन द्वारा प्रोसेसिंग प्लांट पर पहुंचाया जायेगा। इससे न केवल समय की बचत, बल्कि कचरा प्रबंधन को भी अधिक व्यवस्थित बनायेगा। इन दोनों ऑटोमेटिक कचरा डलाव घर में टाटा टेंपो टिपर लेकर आएंगे जिससे निश्चित रूप से इन वार्डो की स्वच्छता में सुधार आएगा।उन्होंने बताया कि बरौला एवं धौर्रामाफी स्थित कूड़ा ट्रांसफर स्टेशनों पर आवश्यक उपकरणों की स्थापना एवं मरम्मत कार्य पर कुल ₹1 करोड़ 49 लाख 42 हजार 500 (जीएसटी सहित) की धनराशि व्यय की जाएगी।बरौला कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन पर 2 पोर्टेबल कॉम्पैक्टर की स्थापना हेतु ₹29 लाख 83 हजार तथा ट्रांसफर स्टेशन की मरम्मत एवं अनुरक्षण कार्य पर ₹24 लाख 95 हजार की धनराशि प्रस्तावित है। इस प्रकार बरौला ट्रांसफर स्टेशन पर कुल ₹54 लाख 78 हजार की लागत से कार्य संपादित किया जाएगा।धौर्रामाफी कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन पर 3 पोर्टेबल कॉम्पैक्टर की स्थापना हेतु ₹44 लाख 74 हजार 500 तथा मरम्मत एवं अनुरक्षण कार्य पर ₹49 लाख 90 हजार की धनराशि स्वीकृत की गई है। धौर्रामाफी ट्रांसफर स्टेशन पर कुल ₹94 लाख 64 हजार 500 की लागत से कार्य कराया जाएगा।नगर निगम का उद्देश्य इन कार्यों के माध्यम से कचरा संग्रहण, संपीडन एवं परिवहन व्यवस्था को अधिक प्रभावी बनाना है, जिससे खुले में कचरा जमा होने की समस्या समाप्त हो तथा शहर को स्वच्छ, सुंदर एवं स्वस्थ वातावरण उपलब्ध कराया जा सके। नगर निगम नागरिकों से स्वच्छता अभियान में सहयोग की अपील करता है।ऑटोमैटिक कचरा डलाव नगर आयुक्त ने बताया कि कचरा लोड करना, कचरे को कॉम्पैक्टर के फीडिंग ओपनिंग में डालते हैं। कॉम्पैक्शन प्रक्रिया एक हाइड्रोलिक या यांत्रिक प्रणाली कचरे पर दबाव डालकर उसे कॉम्पैक्ट करती है। पूर्ण होने पर : जब कॉम्पैक्टर भर जाता है, तो एक चेतावनी लाइट जलती है। हटाना और खाली करना :पूरी इकाई (कॉम्पैक्टर और कंटेनर) को निपटान स्थल पर ले जाया जाता है, खाली किया जाता है। वापस लाना : खाली कॉम्पैक्टर को फिर से इस्तेमाल के लिए साइट पर वापस ला दिया जाता है। आधुनिक पोर्टेबल कैप्सूल से अलीगढ़ स्वच्छता के नये मानक स्थापित करेगा। आधुनिक पोर्टेबल कैप्सूल द्वारा कूड़े को कॉम्पेट किया जाता है और इससे निकलने वाले लीचेट को एक सम्प के अन्दर इकट्ठा किया जाता है जिससे प्रोससिंग प्लाट पर लीचेट कम मात्रा में जाता है और लैड फिल के अन्दर भू-जल लेविल प्रदूषित होने से बचाता है। सम्प के अन्दर कॉम्पेट किये गये लीचेट को वाटर ट्रीटमेंट प्लाट पर भेजा जाता है और इस लीचेट को प्यूरीफाई करने के बाद दोबारा उपयोग में लिया जाता है।नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा ने कहा सेकेंडरी प्वाइंट्स के बंद होने से सड़कों, चौराहों एवं आवासीय क्षेत्रों में गंदगी, दुर्गंध एवं ट्रैफिक अवरोध की समस्या से राहत मिलेगी। यह व्यवस्था न केवल स्वच्छता रैंकिंग में सुधार करेगी, बल्कि शहवासियो को स्वच्छ वातावरण भी उपलब्ध कराएगी।महापौर प्रशांत सिंघल ने कहा शहर को कचरा मुक्त बनाने की दिशा में अलीगढ़ नगर निगम द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे है शहर की सड़कों को कचरा मुक्त बनाने की दिशा में धौरामाफी व बरौला आधुनिक कचरा डलाव घर की स्थापना सराहनीय पहल है आने वाले दिनों में शहर की स्वच्छता में इन आधुनिक कचरा डलाव घरों से आश्चर्यचकित बदलाव देखने को मिलेगा।इस अवसर पर पार्षद/प्रतिनिधि जीनस अहमद, सद्दाम अशर्फी, इमरान, हरीश सैनी, प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी रामानंद त्यागी, रामजीलाल, नोशी, देशदीपक, अहसान रब अर्बन कम्पनी हैड अहसान सेफी

JNS News 24

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