मण्डलायुक्त ने सम्पूर्ण समाधान पंजिका एवं निस्तारित शिकायतों की पत्रावलियों का किया अवलोकन
जांच की गुणवत्ता को सही न मानते हुए सम्पूर्ण प्रकरण को पुनः स्पष्ट करने के दिये निर्देश
नवागत मण्डलायुक्त ने गभाना सम्पूर्ण समाधान दिवस का किया पर्यवेक्षण
दिव्यांग बच्चों को प्रदान किये किट एवं सहायक यंत्र
हरिशंकरी रोपित कर पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश
26 पात्र लाभार्थियों को आवास स्थलों का विनियमितिकरण प्रमाण पत्र देकर मकान का स्वामी बनाया
अलीगढ़- नवागत मण्डलायुक्त रविन्द्र द्वारा शनिवार को गभाना में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस का पर्यवेक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने पूर्व निस्तारित हुए प्रकरणों की निस्तारण आख्या की गुणवत्ता को परखा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शिकायतकर्ता को संतुष्ट करते हुए समस्या का निस्तारण किया जाए। गुणवत्तापूर्ण निस्तारण न होने से समस्या जस की तस बनी रहती है। पीड़ित व्यक्ति बार-बार कार्यालयों के चक्कर लगाता है और खराब गुणवत्ता से जनपद एवं मण्डल की ग्रेडिंग प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कि आगे आने वाले विशेष दिवसों पर वह शिकायतकर्ता से कॉल कर फीडबैक लेंगे।
मण्डलायुक्त रविन्द्र ने सम्पूर्ण समाधान पंजिका का अवलोकन कर शिकायत संख्या 493 की निस्तारण पत्रावली प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने पाया कि शिकायत चन्द्रशेखर एवं रामवीर निवासी चन्दौला द्वारा मनरेगा मजदूरी के संबंध में है। बीडीओ लोधा ने अपनी जांच आख्या में लिखा कि 05 दिसम्बर 2022 को मनरेगा मजदूरी की गॉव में जाकर जांच की गयी। ग्राम पंचायत का विशेष सोशल ऑडिट कराए जाने के निर्देश दिये गये हैं। 05 दिसम्बर 2022 को कम लोग उपस्थित होने की वजह से जांच 20 दिसम्बर 2022 को पुनः कराई जाएगी और दोषियों के विरूद्ध उपायुक्त मनरेगा द्वारा आवश्यक कार्यवाही कराई जाएगी।
मण्डलायुक्त ने जांच की गुणवत्ता को सही न मानते हुए सम्पूर्ण प्रकरण को पुनः स्पष्ट करने के निर्देश देते हुए यह भी जानकारी चाही गयी कि क्या सोशल ऑडिट कराया गया है और यदि कराया गया है तो क्या परिणाम रहा। मण्डलायुक्त द्वारा इसके अलावा अन्य समस्याग्रस्त व्यक्तियों को भी सुना गया।
सम्पूर्ण समाधान दिवस के उपरान्त मण्डलायुक्त ने दो दिव्यांग बच्चों अयान खान एवं दुष्यंत को बौद्धिक दिव्यांगता किट एवं अन्य बच्चों ललित और शगुन को आसानी से सुन सकने वाले सहायक यंत्र प्रदान किये। तहसील परिसर में पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिगत हरिशंकरी (नीम, पाकड़ एवं पिलखुन) का पौधा भी रोपित किया। 26 पात्र लाभार्थियों- सोनू, गुड्डू, सचिन कुमार, रोहित, जगदीश, वेदप्रकाश, रामवती, तेजवीर सिंह, सचिन समेत 26 लोगों को आवास स्थलों का विनियमितिकरण प्रमाण पत्र सौंपते हुए उन्हें मकान का स्वामी घोषित किया। इस दौरान जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी, एडीएम वित्त मीनू राणा द्वारा भी शिकायतकर्ताओं को सुनकर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।