कासगंज: सिक्किम में खराब मौसम के कारण सैनिक का शव लेकर उड़ान नहीं भर सका जहाज
जननायक सम्राट ब्यूरो अलीगढ़
कासगंज के गांव सलेमपुर पिरौंदा के सैनिक राघवेंद्र का शव मिलने के बाद सेना ने शव को जहाज से भेजने का इंतजाम किया। यह जहाज आगरा पहुंचना था। सोमवार दोपहर तक गांव में शव पहुंचने की संभावना थी, लेकिन सिक्किम में मौसम खराब होने के कारण सैनिक का शव लेकर जहाज उड़ान नहीं भर सका। फिर दोपहर बाद हैलीकॉप्टर के माध्यम से पहले शव को प्रयागराज भेजा गया। यहां से देर शाम तक बरेली भेजा गया है। अब मंगलवार को शव गांव में पहुंचेगा।
देर रात समाप्त होने के बाद सोमवार से सुबह से ही परिजन सिक्किम से शव लाने की तैयारियों में जुट गए। सुबह गांव के लोगों को जानकारी हुई शव को जहाज के माध्यम से सिक्किम से आगरा लाया जा रहा है और आगरा से सड़क मार्ग के द्वारा शव दोपहर तक पैतृक गांव सलेमपुर पिरौंदा पहुंच जाएगा। यहां शव की टुकड़ी अंतिम सलामी देगी और दर्शन के लिए पार्थिव शरीर रखा जाएगा, लेकिन शव नहीं पहुंच सका। पता चला कि सिक्किम में मौसम काफी खराब हो गया है और वहां भारी बारिश हो रही है। जिससे विमान नहीं उड़ सकता है। फिर जब दोपहर को मौसम साफ हुआ तो वहां से हैलीकॉप्टर के माध्यम से शव को प्रयागराज भेजा गया। प्रयागराज से शव को बरेली पहुंचाया जा रहा है। यहां सोमवार रात को शव बरेली की मोर्चरी में रखा जाएगा। फिर मंगलवार सुबह पार्थिव शरीर गांव सलेमपुर पिरौंदा पहुंचेगा। सेना की टुकड़ी साथ होगी। जो सम्मान के साथ आखिरी सलामी देगी।
शोक में डूबा सलेमपुर, बड़ी संख्या में पहुंचे लोग
गांव सलेमपुर पिरौंदा में सैनिक की मौत की खबर के बाद शोक में डूब गया है। जैसे ही सैनिक शव मिलने की खबर गांव और आसपास के लोगों को पहुंची तो बड़ी संख्या में लोग सलेमपुर पिरौंदा पहुंचने लगे। सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि देने का क्रम शुरू हो गया। गांव में पहुंचे लोग परिजनों को ढांढस बंधा रहे थे। हर कोई सैनिक की मौत की खबर से द्रवित नजर आया।
क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारियों ने जताया दुख
सैनिक क्षत्रिय समाज के थे। ऐसे में अखिल भारती क्षत्रिय महासभा ने शहीद हुए सैनिक राघवेंद्र सिंह को श्रद्धांजलि दी और दुख जताया। पदाधिकारियों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि मां भारती का वीर सपूत अब हम सबके बीच नहीं रहा। तमाम पदाधिकारियों ने गांव में पहुंचकर परिजनों को ढांढस भी बंधाया।