जैविक खेती की उपयोगिता समझाने को हुआ गोष्टी का आयोजन, दिया प्रशिक्षण
जन नायक सम्राट ब्यूरो अलीगढ (अनिल कुमार )
मोहनपुरा। विकास क्षेत्र कासगंज के कस्बा मोहनपुरा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में जैव उर्वरकों का महत्व एवं उपयोगिता विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण एवं गोष्ठी का आयोजन हुआ जिसमें किसानों को रसायनिक उर्वरकों के बजाय देशी खाद, गाय के गोबर, शीरा इत्यादि के माध्यम से जैविक खेती करने हेतु प्रेरित किया गया। आजकल किसान खेती में पैदावार पाने के लिए रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों का भरपूर प्रयोग कर रहे हैं, साथ ही फलों को पकाने के लिए कई प्रकार के रसायनों एवं गैसों का प्रयोग किया जा रहा है। जिसके दुष्परिणाम तरह तरह की बीमारियों के रूप में देखने को भी मिल रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्ष अध्यक्षता कर रहे सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य सत्य प्रकाश मिश्र ने बताया कि किस तरह हमारे पूर्वज खेतों में देसी खाद आप लोग करते थे और दीर्घायु एवं निरोगी रहते थे लेकिन आज रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों के प्रयोग होने से अल्पायु में ही विभिन्न प्रकार की गंभीर बीमारियों से ग्रसित होते जा रहे हैं। उप कृषि निदेशक महेंद्र सिंह ने समस्त किसानों को पशुपालन पर जोर देते हुए कहा कि जैविक खेती हेतु पशुपालन अति आवश्यक है। कृषि विज्ञान केंद्र कासगंज के वैज्ञानिक डॉक्टर प्रणवीर सिंह एवं डॉक्टर बृज विकास सिंह ने जैविक उर्वरकों PSB, राइजोबियम, एजोटोबैक्टर, ट्राइकोडर्मा, नीम का तेल व खल, आदि एवं खेती में ढेंचा, सनई, नमी कम्पोस्ट, तथा शल्य विधाओं की विस्तृत रूप से जानकारी दी। उक्त प्रशिक्षण में मृदा परीक्षण प्रयोगशाला के प्रभारी अजीत कुमार राघव एवं सहायक विकास अधिकारी रामपाल बघेल ने कृषि विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में उपस्थित जनसमूह को अवगत कराया। गोष्ठी के दौरान जनता द्वारा कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न भी पूछे गए जिसमें सचिन सिसौदिया ने बाजार से लाये गए फल एवं सब्जियों को डिटॉक्सिफाइड करने की विधि पूछी। कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर बृज विकास ने बताया कि बाजार से फल एवं सब्जियों को लेकर हल्के गुनगुने पानी में थोड़ा नमक डालकर अच्छे से धोकर प्रयोग करना चाहिए, इससे फल व सब्जी में लगाये गए कीटनाशक का प्रभाव काफी कम हो जाता है। अंत में सहायक विकास अधिकारी भगवान सिंह एवं वल्चर प्रभारी पुष्पेंद्र सारस्वत ने उपस्थित जनता का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए गोष्टी का समापन किया। इस अवसर पर वृजेन्द्र सिंह प्रधान, प्रताप सिंह, नत्थू सिंह, रामपाल सिंह, रवि कुशवाह, मनीष कुशवाह, सहित कृषि विभाग के अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।