जैन समाज ने बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया भगवान महावीर का 2550 वां मोक्षकल्याणक महोत्सव
जैन धर्म का सबसे खास पर्व भगवान महावीर मोक्ष कल्याणक दिवस है इसी दिन जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर को मोक्ष प्राप्त हुआ था। अत: जैन धर्म के अनुसार यह दिन बहुत ही खास माना जाता है। इस दिन कार्तिक मास की अमावस्या की ही रात थी। इसी दिन भगवान महावीर के प्रमुख गणधर गौतम स्वामी को भी कैवल्य ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। इसीलिए दीप और रोशनी के त्योहार दिवाली को जैन धर्म में भी धूमधाम से मनाया जाता है।
जैन धर्म के लिए यह त्योहार विशेष रूप से त्याग और तपस्या के त्योहार के तौर पर मनाया जाता है इसलिए इस दिन जैन धर्मावलंबी भगवान महावीर की विशेष पूजा करके उनके त्याग और तपस्या को याद करते हैं। दिवाली यानी वीर निर्वाणोत्सव वाले दिन सभी जैन मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है और शांतिधारा के पश्चात निर्वाण लाडू चढ़ाया जाता है।
मोक्ष कल्याणक पर जयकारों एवं मंत्रोच्चार के साथ भगवान का अभिषेक, विश्व की मंगल कामना एवं सुख-समृद्धि के लिए शांतिधारा, सामूहिक पूजा की गयी ,निर्वाण कांड के सामूहिक उच्चारण के बाद निर्वाण लाडू चढ़ाया गया।
खिरनी गेट पर स्थित श्री पार्श्वनाथ खण्डेलवाल दिगम्बर जैन मन्दिर एवं लख्मीचंद पांड्या खंडेलवाल दिगम्बर जैन मंदिर से आज प्रात: जैन समाज द्वारा सभी मंदिरों मे मोक्ष कल्याणक लाडू चढाया गया। तदुपरांत गंगेरवाल जैन सभा द्वारा सासनी गेट चौराहा पर राहगीरों को निःशुल्क भोजन वितरण किया गया व केशव सेवा धाम, मथुरा रोड पर जैन मुनि सेवा समिति (युवा प्रकोष्ठ) के कार्यकर्ताओं द्वारा निराश्रित बच्चों को दीपावली पर्व पर मिष्ठान एवं खाद्यान सामग्री वितरण किया गया। इस मौके पर पूर्व एमएलसी जगवीर किशोर जैन,प्रधुम्न कुमार जैन, विजय कुमार जैन सेठ संस , नरेंद्र कुमार जैन, राजीव जैन ,नीरज जैन ,हेमंत जैन ,हरिकांत जैन ,पवन जैन ,विनय जैन ,मयंक जैन , मुनेश जैन ,कैलाश चन्द्र जैन ,शैलेंद्र कुमार जैन,ज्ञानेंद्र कुमार जैन ,राजीव जैन ,ओम प्रकाश जैन ,मुकेश कुमार जैन ,कुणाल जैन , प्रशान्त जैन ,प्रमेन्द्र जैन ,राजा जैन,
प्रियांशु जैन,रिषभ जैन ,गौरव जैन , संवेग जैन ,केतन जैन,विदित जैन, मानव जैन ,दक्ष जैन ,गर्वित जैन, सारांश जैन, मानव जैन ,चिराग जैन, मनीष जैन, दिलीप जैन, मनी जैन,जोलेश जैन, प्रकाश चंद्र जैन एवं रविन्द्र जैन (राजू) आदि सकल जैन समाज के भारी संख्या मे पुरूष , महिलायें, बच्चें उपस्थित रहे।