राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी, अलीगढ़ में अखिल भारतीय पिछडावर्ग महासंघ का सम्मेलन हुआ।
राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी, अलीगढ़ में अखिल भारतीय पिछडावर्ग महासंघ का सम्मेलन हुआ। महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश प्रताप सिंह ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये कहा कि आज स्वतंत्रता प्राप्ति के 76 वर्ष पूर्ण होने के पश्चात् भी पिछड़ेवर्ग की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है, उसकी स्थिति आज भी दयनीय बनी हुई है।
भारत वर्ष में हजारों अनुसूचित एवं पिछड़ी जातियों को एक सूत्र में बांधने की आज महती आवश्यकता है। सदियों पुरानी रूढ़िवादी एवं पिछलग्गू परम्परा को उखाड़ फेंकने का अब समय आ गया है। आज का समय विज्ञान का युग है, हमें अपनी सोच को वैज्ञानिक बनाना होगा। पिछड़े वर्ग को सामाजिक, शैक्षिक एवं आर्थिक सुधार की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित मुंबई से पधारे श्री देवेन्द्र यादव (राष्ट्रिय प्रचारक बी.एस.एस.) ने कहा कि आज पुरे भारत वर्ष में पिछड़ो का प्रितिनिधत्व करने के लिए कोई राष्ट्रीय नेता नहीं है। पिछड़ो के साथ अन्याय, अत्याचार, शोषण कम नहीं हुए हैं। देश में मोनोपोली के तहत भारतीय संविधान को अस्थिर किया जा रहा है। संविधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है। आज देश में दलित पिछड़ो के अस्तित्व को भी मिटाया जा रहा है। प्राइविटाइजेशन के तहत आरक्षण पर चोट की जा रही है कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित राजस्थान में पधारे श्री एच. के. वैरवा ने कहा कि जनसंख्या के अनुपात में हमारे आज देश में प्रतिनिधि नहीं है। साजिम के तहत पिछड़ेवर्ग को नेतृत्वहीन किया जा रहा है। अब वक्त आ गया है कि अनुसूचित एवं पिछडेवर्ग के लोगों को एक मंच पर आ जाना चाहिए कार्यक्रम की संयोजिका श्रीमती कमलेश यादव ने कहा कि देश की सामाजिक व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए अखिल भारतीय पिछड़ा वर्ग महासंघ की स्थापना की गयी है। तथा महासंघ, अखड भारत निर्माण, भारत की एकता एवं अखंडता, सम्प्रभुसम्पन्नता, लोकतांत्रिक व्यवस्था, विभिन्नता में एकता एवं वसुधैवकुटम्बकम को अच्क्षुण रखने के लिए दृढ संकल्पित है। सम्मेलन का दीप प्रज्वलन चौ० उदयराज सिंह ने किया। सम्मेलन की अध्यक्षता महेंद्र सिंह लोधी ने की तथा सम्मेलन का सफल संचालन के. पी. सिंह बघेल ने किया। सम्मेलन में सर्व श्री जयसिंह सुमन, ओ.पी.आर्या रमेश चन्द्र विद्रोही, श्रीमती रोशनी सिंह, आई.पी. कश्यप, मूलचन्द्र यादव, रामवीर सिंह यादव, महेश लोधी, सुवोध चौधरी, चोहर पाल सिंह, इंद्राजीत सिंह, कौशलेन्द्र सिंह, रामदास यादव, प्रेमपाल सिंह प्रजापति, सुन्पत सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।