लुधियाना के डाबा इलाके में चार साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म, शराब के नशे में बच्ची को पकड़ लिया।
सीसीटीवी से पूरे मामले का खुलासा हो गया था।
लुधियाना के डाबा इलाके में चार साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या के आरोपी को लुधियाना पुलिस ने उत्तर प्रदेश के फतेहपुर इलाके से गिरफ्तार किया था। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने कई बड़े खुलासे किए। पहले माना जा रहा था कि आरोपी ने बच्ची के साथ दुष्कर्म करने के बाद उसकी गला दबा कर हत्या की है, लेकिन आरोपी ने पुलिस के सामने कबूल किया कि उसने पहले बच्ची की गला दबा कर हत्या की और उसके बाद शव के साथ करीब दस मिनट तक दुष्कर्म करता रहा। बच्ची के साथ ऐसा घिनौना अपराध करने की सारी बात सुनकर पुलिस अधिकारियों के भी रोंगटे खड़े हो गए। आरोपी को अदालत में पेश करने के बाद 3 दिन के रिमांड पर भेजा गया है।ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर जसकिरणजीत सिंह तेजा ने बताया कि आरोपी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले का रहने वाला है। वारदात को अंजाम देने से करीब तीन दिन पहले ही वह डाबा इलाके में रहने वाले अपने चचेरे भाई से मिलने के लिए आया था। वह शराब का आदी था। वारदात वाले दिन भी आरोपी ने शराब पी रखी थी। वह घर के पास खेल रही बच्ची को अपने साथ चीज दिलाने के नाम पर ले गया। बच्ची को कमरे में ले गया तो वहां बच्ची चिल्लाने लगी। आरोपी ने बच्ची को चुप कराने के लिए उसकी गला दबा कर हत्या कर दी। आरोपी ने शव को बैड बाक्स में रखा और बिना किसी को बताए वहां से फरार हो गया। जब बच्ची नहीं मिली तो परिवार वालों ने उसे ढूंढना शुरु कर दिया। सीसीटीवी कैमरे के जरिये पता चला कि आरोपी सोनू बच्ची को लेकर इलाके में नाजायज तौर पर सिलेंडर भरने वाले अशोक के घर ले गया है। जब अशोक को पता चला तो वह भी दुकान छोड़कर फरार हो गया।
250 रुपये में बेचा मोबाइल और भाग गया अंबाला
पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपी सोनू वारदात को अंजाम देने के बाद रेलवे स्टेशन गया। वहां उसके पास पैसे नहीं थे तो उसने अपना मोबाइल फोन किसी राहगीर को बेच दिया और उससे 250 रुपये लेकर ट्रेन के जरिये अंबाला पहुंच गया। आरोपी कई दिन तो अंबाला में ही घूमता रहा और मांग कर खाता पीता रहा। उसके बाद वह हरिद्वार और फिर दिल्ली चला गया। वहां से वह फतेहपुर पहुंच गया। वहां भी वह घर नहीं बल्कि इधर उधर घूमता रहा। आरोपी को डर था कि पुलिस उसके घर आ सकती है तो वह गिरफ्तारी से बचने के लिए इधर-उधर ही घूमता रहा। वह फतेहपुर के रास्ते नेपाल भागने की फिराक में था। एसएचओ कुलबीर सिंह की अगवाई में टीम फतेहपुर ही गई हुई थी तो पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी वहीं है। इसके बाद वहां की पुलिस की मदद से आरोपी को गिरफ्तार किया गया और उसे लुधियाना लाया गया।