अलीगढ़ जिले के थाना अकराबाद क्षेत्र में सोमवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया
अकराबाद के गोपी पुल के पास एक तेज रफ्तार कैंटर और कार में आमने-सामने की जबरदस्त भिड़ंत हो गई

अलीगढ़ जिले के थाना अकराबाद क्षेत्र में सोमवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। अकराबाद के गोपी पुल के पास एक तेज रफ्तार कैंटर और कार में आमने-सामने की जबरदस्त भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों वाहन देखते ही देखते आग की लपटों में घिर गए। हादसे में कार सवार चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक युवक को स्थानीय लोगों ने बड़ी मुश्किल से बाहर निकालकर अस्पताल भिजवाया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। यह हादसा सुबह के शांत वातावरण को मातम में बदल गया और आसपास के गांवों में सन्नाटा पसर गया।हादसे का खौफनाक मंजरजानकारी के मुताबिक सुबह लगभग साढ़े सात बजे के करीब सिकंदराराऊ की ओर से आ रही कार जैसे ही गोपी पुल के पास पहुंची, तभी सामने से अलीगढ़ की तरफ से आ रहे कैंटर से उसकी जोरदार टक्कर हो गई। भिड़ंत इतनी जबरदस्त थी कि कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। टक्कर के कुछ ही पलों बाद दोनों वाहनों में आग लग गई। अचानक उठी आग की लपटें दूर-दूर तक दिखाई देने लगीं। कार में फंसे लोग चीखते-चिल्लाते रहे लेकिन लपटों के बीच से निकल पाना असंभव हो गया।
स्थानीय लोगों ने हिम्मत दिखाते हुए कार के दरवाजे तोड़कर एक युवक को बाहर निकाला। उसे गंभीर हालत में तुरंत एम्बुलेंस से जेएन मेडिकल कॉलेज ट्रॉमा सेंटर भेजा गया। लेकिन कार में सवार अन्य चार लोग लपटों में घिर गए और उनकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। मरने वालों में एक पुरुष, एक महिला और एक बच्चा शामिल है। इस भयावह दृश्य को जिसने भी देखा उसकी रूह कांप उठी।चश्मदीदों ने बताया हादसे का हाल हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कैंटर और कार दोनों ही तेज रफ्तार में थे। पुल के मोड़ पर अचानक आमने-सामने की टक्कर हो गई। भिड़ंत इतनी भीषण थी कि दोनों वाहनों से जोरदार धमाका हुआ और देखते ही देखते आग की लपटें उठने लगीं। लोगों ने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि हाईवे पर आए दिन तेज रफ्तार गाड़ियां दुर्घटनाओं को न्योता देती हैं। लेकिन आज का हादसा अब तक का सबसे भीषण माना जा रहा है। चार लोगों की मौके पर ही मौत और वाहन जलकर राख हो जाना, पूरे इलाके के लिए दिल दहला देने वाला दृश्य रहा।पुलिस और प्रशासन की कार्रवाईजैसे ही हादसे की खबर पुलिस को मिली, थाना अकराबाद पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची। साथ ही फायर सर्विस की गाड़ियां भी पहुंचीं और आग पर काबू पाया गया। शवों को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया गया। वहीं घायल युवक को प्राथमिक उपचार के बाद जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।घटना के बाद यातायात कुछ देर के लिए प्रभावित रहा, लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ट्रैफिक व्यवस्था को नियंत्रित किया। हाईवे पर लगे जाम को हटवाकर वाहनों की आवाजाही सामान्य कराई गई।एसपी ग्रामीण का बयानघटना के संबंध में एसपी ग्रामीण अमृत जैन ने बताया,“थाना अकराबाद क्षेत्रान्तर्गत आज सुबह गोपी पुल पर दो गाड़ियों की भिड़ंत हो गई। भिड़ंत के चलते दोनों वाहनों में आग लग गई और कुछ लोग गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हुए। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और फायर सर्विस मौके पर पहुंची। आग को बुझाकर घायलों को एम्बुलेंस के जरिए ट्रॉमा सेंटर भेजा गया। अब तक चार लोगों की मृत्यु की पुष्टि हुई है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेजा गया है और शिनाख्त की प्रक्रिया जारी है। जल्द ही मृतकों की पहचान कर परिजनों को सूचना दी जाएगी। मौके पर शांति और यातायात व्यवस्था पूरी तरह सामान्य है।”मृतकों की शिनाख्त जारीपुलिस के अनुसार हादसे में जिन चार लोगों की जान गई है, उनमें एक पुरुष, एक महिला और एक बच्चा शामिल हैं। हालांकि अब तक उनकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस परिजनों की तलाश में जुटी है। वहीं घायल युवक की पहचान हो गई है, जिसे डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।परिवारों पर टूटा दुख का पहाड़जैसे ही मृतकों की मौत की खबर परिजनों तक पहुंचेगी, पूरे परिवार पर दुख का पहाड़ टूटना तय है। अभी पुलिस मृतकों की पहचान उजागर नहीं कर रही है, लेकिन घटना के बाद आसपास के गांवों और कस्बों से कई लोग थाने और अस्पताल पहुंचे, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उनके परिजन तो इस हादसे में शामिल नहीं हैं।हादसे के बाद उठे सवालइस हादसे ने एक बार फिर हाईवे की खतरनाक रफ्तार पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस मार्ग पर आए दिन वाहन तेज गति से गुजरते हैं। पुल और मोड़ पर रफ्तार पर अंकुश न लगने के कारण दुर्घटनाओं का खतरा और बढ़ जाता है। लोगों ने मांग की है कि प्रशासन को यहां पर स्पीड ब्रेकर, चेतावनी बोर्ड और पुलिस की नियमित गश्त की व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। ग्रामीणों का आक्रोश और दहशतघटना के बाद आसपास के ग्रामीणों में भय और आक्रोश दोनों देखने को मिला। ग्रामीणों का कहना है कि अगर हादसे के समय वहां ज्यादा भीड़ होती, तो मौतों का आंकड़ा और बढ़ सकता था। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से सुरक्षा उपायों को कड़ा करने और हाईवे पर यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराने की मांग की है।पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद होगी अगली कार्रवाई पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही हादसे की वजह—चालक की लापरवाही, तेज रफ्तार या किसी अन्य तकनीकी कारण—की जांच की जाएगी।



