अमेरिका के सिनसिनाटी में भारतीय मूल का एक छात्र मृत पाया गया
भारतीय मिशन की ओर से यह भी कहा गया, ओहायो में भारतीय मूल के छात्र के दुर्भाग्यपूर्ण निधन से हमें गहरा दुख
अमेरिका के सिनसिनाटी में भारतीय मूल का एक छात्र मृत पाया गया है. मृतक की पहचान श्रेयस रेड्डी बेनिगेरी के रूप में की गई है और फिलहाल उसकी मौत की वजह पता नहीं चल पाई है. न्यूयॉर्क में भारतीय मिशन ने ओहायो में इस स्टूडेंट की मौत की पुष्टि करते हुए बताया, “हमें इस घटना में किसी प्रकार की गड़बड़ी का संदेह नहीं है.”भारतीय मिशन की ओर से यह भी कहा गया, ओहायो में भारतीय मूल के छात्र के दुर्भाग्यपूर्ण निधन से हमें गहरा दुख हुआ है. ऐसी घटनाओं से यूएस में रहने वाले भारतीय मूल के लोग चिंतित हैं. वाणिज्य दूतावास फिलहाल पीड़ित परिवार से संपर्क में बना है और बाकी जानकारी जुटा रहा है. हमारी ओर से पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता दी जाएगी.वैसे, यूएस में किसी इंडियन स्टूडेंट की मौत का यह पहला मामला नहीं है. पिछले 1 हफ्ते में वहां हिंदुस्तानी और भारतीय मूल के छात्र की मौत का यह तीसरा मामला है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जनवरी के अंत में 25 साल के विवेक सैनी को बेघर व्यक्ति ने एक स्टोर में चाकू घोंप-घोंप कर मार डाला था. ड्रग एडिक्ट आरोपी जूलियन फॉकनर ने उस पर कथित तौर पर 50 बार चाकू से हमला किया था. हैरत की बात है कि छात्र के साथ ऐसा तब हुआ जब उन्होंने जरूरतमंद समझकर कुछ दिनों पहले आरोपी की मदद की थी. सैनी ने कुछ समय पहले ही अमेरिका में एमबीए की पढ़ाई पूरी की थी.
पहले छात्र लापता, फिर एक रोज बाद मौत की पुष्टि इससे पहले, इंडियाना के पर्ड्यू विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले भारतीय छात्र नील आचार्य भी अमेरिका में मृत पाए गए थे. उन्होंने वहां के जॉन मार्टिंसन ऑनर्स कॉलेज से कंप्यूटर साइंस और डेटा साइंस में डिग्री हासिल की थी. रविवार को सोशल मीडिया पर आचार्य के घर वालों ने लापता होने की सूचना दी थी, जबकि एक रोज बाद सोमवार को मौत की पुष्टि हो गई. वहीं, नवंबर 2023 में सिनसिनाटी विश्वविद्यालय में भारतीय डॉक्टरेट छात्र आदित्य अदलखा (26) की ओहायो में एक कार के अंदर गोली लगने से मौत हो गई थी. अदलखा आणविक और विकासात्मक जीव विज्ञान कार्यक्रम में पीएचडी के छात्र थे.
हाड़ कंपाने वाली ठंड में गायब हुआ छात्र, बाद में मिली लाश ऐसे ही मिलते-जुलते एक और मामले में इलिनॉइस विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले 18 साल भारतीय मूल के छात्र अकुल धवन को जनवरी में मृत पाया गया था. धवन के लापता होने की सूचना रूममेट ने तब दी थी जब हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही थी. उनका शव शैंपेन इलिनोइस में विश्वविद्यालय परिसर के करीब पाया गया था और शव परीक्षण से संकेत मिला कि धवन की त्वचा में परिवर्तन हाइपोथर्मिया के कारण हुए थे.