लाइफस्टाइल

एसिडिटी बनना भी है हार्ट अटैक का वॉर्निंग साइन

18-20 साल के युवाओं में भी इसके मामले आने लगे हैं.

पिछले दो सालों में हार्ट अटैक और कार्डिएक अरेस्ट के केस तेजी से बढ़े हैं. इससे पहले माना जाता था कि 50 साल की उम्र के बाद ही हार्ट अटैक (Heart Attack) आता है लेकिन अब 18-20 साल के युवाओं में भी इसके मामले आने लगे हैं. जिम और पार्क में एक्सरसाइज करने वाले फिट लोग भी इसका शिकार बन रहे हैं. ऐसे में आइए जानते हैं आखिर क्यों युवाओं में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ रहा है. इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए…हार्ट अटैक का कारणहेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि हार्ट अटैक की एक नहीं कई वजहें हैं. हालांकि, इसकी सबसे बड़ी वजह लाइफस्टाइल है. चूंकि युवाओं के काम के घंटे बढ़ गए हैं, इस वजह से एक्सरसाइज से उनका वास्ता दूर-दूर तक नहीं रहता है. वह अकेले रहते हैं और फास्ट फूड ज्यादा खाते हैं. काम का स्ट्रेस और उससे बचने के लिए स्मोकिंग या ड्रिंक करने का असर उनकी दिल की सेहत पर पड़ता है. कई बार फैमिली हिस्ट्री की वजह से भी हार्ट अटैक का रिस्क बना रहता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि वर्तमान लाइफस्टाइल में फिजिकल एक्टिविटी बिल्कुल न के बराबर हो गई है. हर कोई गाड़ी से चलने लगा है और लोगों का स्ट्रेस बांटने वाला ही कोई नहीं है. ऐसे में उनकी दिल की परेशानियां बढ़ती जाती हैं और हार्ट अटैक का कारण बन जाती हैं.
हार्ट अटैक से बचने क्या करना चाहिए
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, एक्सरसाइज या डाइट के अलावा नींद की कमी, स्ट्रेस, बीपी, शुगर भी दिल की सेहत पर असर डालता है. ऐसे में रेगुलर एक्सरसाइज करने के अलावा अगर नींद, बीपी, शुगर, स्ट्रेस और खानपान में लापरवाही करते हैं तो भी हार्ट अटैक का खतरा बना रहता है. इसलिए इन सभी चीजों पर ध्यान देकर दिल की सेहत को दुरुस्त रख सकते हैं. दिल की सेहत का ख्याल रखने के लिए एक्सरसाइज, बेहतर डाइट, नींद, मेडिटेशन-योग को रूटीन में शामिल करें और स्ट्रेस-स्मोकिंग-एल्कोहल से दूरी बनाएं.
हार्ट को हेल्दी बनाने के लिए क्या करें
1. खाने में प्रोटीन बढ़ाएं, कार्बोहाइड्रेट घटाएं. फल का सेवन करें. नमक, चीनी, चावल, मैदा को डाइट से हटाएं.
2.  स्ट्रेस कम करने के हर उपाय पर काम करें.
3. स्लीप पैटर्न को सुदाएं और कम नींद लेने से बचें.
4. रोजाना 25-30 मिनट तक कार्डियो एक्सरसाइज करें.
हार्ट अटैक की वार्निंग संकेत
1. खाना खाने के बाद अगर पेट में एसिडिटी हो रही है.
2. ज्यादा चलने या सीढ़ियां चढ़ने पर सांस फूलना.
3. जबड़े से लेकर कमर तक भारीपन महसूस होना.
4. जो काम पहले आराम से होता था, उसे करने में परेशानी होना.
5. अचानक से घबराहट होना.
6. हार्ट अटैक की फैमिली हिस्ट्री.

JNS News 24

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