अलीगढ़

रबी फसलों की बुआई के लिए अलीगढ़ में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं उर्वरक

अलीगढ़ : किसान भाइयों को रबी फसलों की बुआई के लिए अब उर्वरक की कमी से चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। जिले में डीएपी एवं एनपीके उर्वरक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।जिला कृषि अधिकारी धीरेन्द्र सिंह चौधरी ने बताया कि सहकारी क्षेत्र में 6308 मीट्रिक टन डीएपी और 2491 मीट्रिक टन एनपीके, जबकि निजी क्षेत्र में 2252 मीट्रिक टन डीएपी एवं 5795 मीट्रिक टन एनपीके उर्वरक उपलब्ध हैं। इस प्रकार जिले में कुल 8560 मीट्रिक टन डीएपी एवं 8286 मीट्रिक टन एनपीके का भंडारण किया जा चुका है।उन्होंने बताया कि 14 अक्टूबर तक रैक पॉइंट पर इफको डीएपी एवं एनपीके की रैक लगने की संभावना है, जिसके तहत 44658 बैग डीएपी एवं 10200 बैग एनपीके (20ः20ः0ः13) कृषकों के वितरण के लिए प्राप्त होंगे। कुल आवंटित मात्रा में से 20 प्रतिशत उर्वरक इफको के प्थ्थ्क्ब् व एग्री जंक्शन केंद्रों पर वितरित होंगे, जबकि शेष 80 प्रतिशत सहकारी समितियों एवं इफको के स्वयं के केंद्रों- गोण्डा, इगलास, खैर, जट्टारी एवं जिरौली धूम सिंह के माध्यम से किसानों को उपलब्ध कराए जाएंगे।उन्होंने सभी संस्था व निजी फुटकर विक्रेताओं को निर्देशित किया कि कृषकों को उनकी खतौनी देखकर ही उर्वरक दें और प्रति हेक्टेयर अधिकतम 5 बैग डीएपी और 7 बैग यूरिया से अधिक विक्रय न करें। कृषक भाइयों से अपील की गई है कि वे संतुलित उर्वरक का प्रयोग करें, जिससे फसल की लागत कम होगी और भूमि की उर्वरा शक्ति बनी रहेगी। उर्वरक खरीदते समय खतौनी व आधार कार्ड साथ लेकर जाएं तथा केवल अधिकृत विक्रेता से ही उर्वरक खरीदें।जिला कृषि अधिकारी ने यह भी कहा कि फसलों की बुआई को देखते हुए कृषकों की मांग के अनुसार फास्फेटिक एवं पोटेशिक उर्वरक निर्धारित मूल्य पर बिना टैगिंग के निरंतर उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने कृषकों से अनुरोध किया कि उर्वरक क्रय करते समय मशीन से निकलने वाली पर्ची या रसीद अवश्य प्राप्त करें तथा अनावश्यक भंडारण न करें।

JNS News 24

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