क्वार्सी फार्म में कृषि ज्ञान संगोष्ठी एवं किसान मेले का हुआ आयोजन
म0 अध्यक्ष जिला पंचायत ने फीता काटकर एवं दीप प्रज्ज्वलन कर मेले का किया शुभारंभ

अलीगढ़ : राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत क्वार्सी कृषि परिसर में आयोजित कृषि ज्ञान संगोष्ठी एवं किसान मेले का मा0 अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती विजय सिंह ने फीता काटकर एवं दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ किया। मेले में इफको, खाद्य प्रसंस्करण, पंचायतीराज, समेत विभिन्न उर्वरक एवं बीज कम्पनियों द्वारा स्टॉल लगाकर किसानों को उपयोगी जानकारी दी गई।
किसान मेले में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए मा0 अध्यक्ष जिला पंचायत ने कहा कि इस तरह के आयोजनों सेे किसानों को उन्नत खेती के लिए उपयोगी जानकारी मिलती है। केंद्र एवं प्रदेश सरकार किसानों, महिलाओं और गरीबों को प्राथमिकता देते हुए जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है जब हमारा किसान उन्नत होगा तभी देश विकसित होगा। मोदी जी ने किसान हित एवं आमजन के स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए ’’श्री अन्न’’ को बढ़ावा दिया है। जवान और किसान की मेहनत का कोई सानी नहीं है। किसान बहुत ही सहनशील है, पहले किसान भगवान भरोसे रहता था लेकिन अब उसे विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं से हुई क्षति के लिए फसल बीमा योजना का संबंल दिया गया है। गांव की समस्याओं के गांव में ही समाधान के लिए ग्राम सचिवालय स्थापित किए गए हैं। महिला सशक्तीकरण के लिए लखपति दीदी, ड्रोन दीदी, रोजगार सखी, स्वयं सहायता समूह एवं मिशन शक्ति से महिलाओं को सुरक्षा, सम्मान, स्वाबलम्बन और रोजगार दिया जा रहा है। उन्होंने किसान भाईयों को टैªक्टर एवं अन्य कृषि पर जीएसटी दरों को 18 से 05 करने के उपरांत हुए सस्ते हुई कीमत की भी जानकारी प्रदान की।
किसान मेले में सीवीओ डा0 दिवाकर त्रिपाठी ने कहा कि किसान बन्धु खेती के साथ पशुपालन अवश्य करें। पशुपालन कैश क्रॉप के समान है। उन्होंने आव्हान किया कि जब पशु विभाग की टीम आए तो टीकाकरण अवश्य कराएं। उन्होंने कृत्रिम गर्भाधान, खुरपका-मुहंपका, थनेला एवं अन्य बीमारियों के बारे में भी उपयोगी जानकारी दी। एआर कॉपरेटिव डा0 नागेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि रबी की फसल के लिए जिले में पर्याप्त फास्फेटिक एवं यूरिया उर्वरक उपलब्ध है। संस्तुत मात्रा के अनुसार उसका उपयोग करें। केवीके अध्यक्ष डा0 अनन्त कुमार ने पराली प्रबंधन की जानकारी देते हुए बताया कि पराली आपकी फसल के लिए बहुत उपयोगी है बस आप उसका सही प्रबंधन करें। कृषि विभाग द्वारा इसके लिए डी-कंपोजर उपलब्ध कराया जा रहा है। केवीके वैज्ञानिक डा0 अशरफ खान ने कीट प्रबंधन के लिए बीमारी और पहचान की विस्तृत जानकारी देते हुए विभिन्न रोगों के निदान के बारे में आवश्यक जानकारी दी। डा0 विश्वजीत सिंह ने टिशु कल्चर तकनीक से बनने वाले फसल बीज के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वह केले की इजराइली वैराइटी जी-9 पर कार्य कर हैं। केले के उत्पादन में भारत प्रथम नंबर पर है। उन्होंने आलू एवं बांस की उन्नत वैराइटी के बारे में भी बताया। प्रगतिशील किसान हाथरस के नरेन्द्र शर्मा ने ’’अपनी खेती अपना स्वाद-अपना बीज अपना खाद’’ का नारा देते हुए जैविक खेती की ओर अग्रसर होने का आव्हान किया।इनको किया गया लाभान्वित:जिला कृषि अधिकारी धीरेन्द्र सिंह चौधरी ने किसानों को निःशुल्क दी जाने वाली बीज मिनी किट में हुए बदलाव के बारे में बताया कि अब किसानों को बीज किट के लिए कृषि विभाग के पोर्टल पर 25 सितम्बर तक आवेदन करना होगा। मौके 04 किसानों- बरौला जाफराबाद के बुद्धसेन, दिनेश कुमार, दलपत सिंह एवं सारसौल के दिनेश कुमार को तोरिया की मिनी किट दी गइ। इस अववर पर 5 किसानों- शिव चरण लाल, अरविन्द कुमार, पूरन सिंह, जसवंत सिंह एवं सुरेश चन्द्र को मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए गये। किसान मेला में प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया जिसमें विजेता किसानों- हाथरस के नरेन्द्र कुमार शर्मा, सूरजपाल सिंह, उमेश चन्द्र, कासगंज की मीरा देवी, एटा की चन्द्रवती देवी, दौलतराम, अलीगढ़ के पंकज शर्मा, प्रमोद कुमार वर्मा, अजयपाल सिंह, शिवम चौधरी एवं रमेश चन्द्र को सही जवाब देने पर स्पेयर मशीन से पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर मा0 अध्यक्ष ने किसान भाईयों सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने और पराली का समुचित प्रबंधन करने की भी शपथ दिलाई। कार्यक्रम के अन्त में संयुक्त कृषि निदेशक श्रवण कुमार ने सभी अतिथियों एवं किसान बन्धुओं का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में संयुक्त विकास आयुक्त मंशा राम यादव, उप कृषि निदेशक चौ0 अरूण कुमार, उप कृषि निदेशक कृषि रक्षा डा0 सतीश मलिक, उप कृषि निदेशक शोध डा0 प्रमोद कुमार, एडी पशुपालन डा0 प्रमोद कुमार, भूमि संरक्षण अधिकारी डा0 दिव्या मौर्या, एलडीएम आकाश सौनी, क्षेत्रीय प्रबंधक इफको बी0के0 निगम समेत अन्य अधिकारीगण एवं भारी संख्या में किसान बन्धु उपस्थित रहे।
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