आजादी की लड़ाई में अलीगढ़ का अमूल्य योगदान -विजय सिंह
अलीगढ़-आजादी की लड़ाई में अलीगढ़ का अमूल्य योगदान है। यह उद्गार जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती विजय ष्योराज सिंह ने आजादी के अमृत महोत्सव के तहत महारानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस समारोह को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
श्रीमती सिंह ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार आजादी के अमृत महोत्सव के तहत ज्ञात और अज्ञात स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को खोज रही है और गर्व का विषय है कि अलीगढ़ में सर्वाधिक स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को खोजा गया है। उन्होंने आजादी की लड़ाई के चिन्हों को सुरक्षित करने के लिए जिला पंचायत के प्रतिबद्व होने की भी बात कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ0 साधना राठौर ने कहा कि अलीगढ़ की महिला स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की कहानियां इतिहास का हिस्सा हैं।
कार्यक्रम के संयोजक अधिशासी अभियंता सिडको रविंद्र कुमार निरंजन ने कहा कि हमें स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के जीवन से नई पीढ़ी को जरूर अवगत कराना चाहिए, ताकि वह उनसे प्रेरणा प्राप्त कर सकें। इस मौके पर ”स्वाधीनता महासमर में अलीगढ़ की वीरांगनाएं” पुस्तक का विमोचन भी किया गया। पुस्तक के लेखक और आजादी का अमृत महोत्सव के जिला समन्वयक सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि आजादी की लड़ाई में लगभग दो दर्जन मातृशक्ति ने भाग लिया था, जिसमें से अभी तक मात्र 13 के बारे में भी जानकारी हासिल हो सकी है, जिसे इस पुस्तक में संजोया गया है। कार्यक्रम का संचालन पंकज धीरज द्वारा किया गया।
इस मौके पर पुस्तक में संजोई गई मातृशक्ति के परिजनों को षाॅल एवं स्मृति चिन्ह भंेट कर सम्मानित किया गया। जिला मलखान सिंह की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 नीता कुलश्रेष्ठ ने स्वतंत्रता सेनानियों को उत्तम स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान किए जाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। प्रदेश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली एनसीसी की छात्रा अंशिका अग्रवाल को महारानी लक्ष्मीबाई सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से अखिल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं उत्तराधिकारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अमरपाल सिंह, जिला सचिव सुरेश चंद शर्मा, संरक्षक सरदार मनमोहन सिंह, धर्मवीर सिंह, कामेश गौतम, देवेंद्र प्रताप गौतम, श्रीमती रजनी तोमर, उदयवीर सिंह, दिनेश चैधरी, रवेंद्र शर्मा, अशोक कुमार उपाध्याय, जितेंद्र त्रिवेदी, पवन सेठ, बसंत बंसल और राधेश्याम शर्मा समेत अन्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजन उपस्थित रहे।