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अमेरिका दुनिया का सबसे ताकतवर देश है. ये देश अपने मारक और आधुनिक हथियारों के लिए काफी फेमस है

ऐसे हथियार है, जो चीन को पल भर में खत्म कर सकती है.

 अमेरिकी नौसेना में शामिल बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बियों को बूमर्स कहा जाता है. ये काफी खतरनाक होते हैं. ये बहुत ही आसानी से समुद्र से सटीक निशाना लगाकर किसी भी दूसरे पनडुब्बियों को खत्म कर सकती हैं. इसके अलावा इसे खास परमाणु हथियारों की गुप्त और सटीक डिलीवरी के लिए डिज़ाइन किया गया है.अमेरिका का एमक्यू-9 प्रीडेटर ड्रोन काफी खतरनाक है. अमेरिका ने सबसे पहले साल 1990 में एमक्यू-1 प्रीडेटर बनाया था, जो आगे चलकर और भी ज्यादा मारक और तेज हो गया. इसके बाद अमेरिका ने नॉर्थरोप ग्रुमेन एक्स-47बी बनाया है. ये एक तरह का फाइटर जेट है,

जिसे पायलट नहीं उड़ाते, बल्कि रिमोट के जरिए उड़ाया जाता है. यह बेहद खतरनाक अमेरिकी ड्रोन है.अमेरिका ने लॉकहीड मार्टिन के वैज्ञानिक डेनिस ओवरहोल्सर की मदद से स्टेल्थ नामक लड़ाकू विमान विकसित की, जो राडार की पकड़ में नहीं आते. क्योंकि इनकी गति और एंटी-इंफ्रारेड तकनीक इसे रडार की नजर में आने से बचाती है. अमेरिका ने लॉकहीड F-117 लड़ाकू विमान विकसित किया. ये 1981 में दुनिया का पहला ऑपरेशनल स्टेल्थ एयरक्राफ्ट था.ऐसे हथियार हैं, जो पहले से तय किए गए लक्ष्य पर बिना निशाना चूके हमला करते हैं. 70 के दशक में अमेरिका ने ऐसे हथियारों का बेहतरीन जखीरा खड़ा कर दिया था. अमेरिका ने साल 1943 में 400 बी-17  को बम गिराने के लिए लॉन्च किया था, जिन्होंने जर्मनी के बॉल-बियरिंग प्लांट्स की धज्जियां उड़ा दी थीं.अमेरिका ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान परमाणु बम (Atomic Bomb) को विकसित किया था. 1939 की इस योजना को मैनहट्टन प्रोजेक्ट का नाम दिया गया था. द्वितीय विश्व युद्ध में अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा-नागासाकी पर वही परमाणु बम गिराकर उसे तबाह कर दिया था.अमेरिकी गृहयुद्ध (American Civil War) के दौरान The Gatling Gun को तैनात किया गया था. अमेरिका ने उस समय कई युद्ध इसी बंदूक के बलबूते जीते गए. यह पहली रैपिड फायर गन थी. इस बंदूक को अमेरिकी वैज्ञानिक रिचर्ड गैटलिंग बनाया था.

JNS News 24

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