एएमयू प्रो. नईमा खातून ने गर्मियों की छुट्टियों में विद्यार्थियों से हॉस्टल खाली कराने के आदेश दिए थे। फिलहाल 75 फीसदी विद्यार्थी हॉस्टल खाली कर गए हैं। जो विद्यार्थी रह गए हैं, उन्हें 18 जून को यूजीसी नेट और जेआरएफ की परीक्षा देनी है। इसलिए वह रुके हैं। परीक्षा के बाद हॉल खाली कर देंगे।एएमयू में सख्ती के बाद 75 फीसदी विद्यार्थी हॉस्टल खाली कर गए हैं। बाकी विद्यार्थियों को भी 18 जून के बाद हॉस्टल खाली करना होगा।यूनिवर्सिटी के 100 साल के इतिहास में पहली महिला कुलपति बनीं प्रो. नईमा खातून ने गर्मियों की छुट्टियों में विद्यार्थियों से हॉस्टल खाली कराने के आदेश दिए थे। इसी क्रम में 12 जून देर रात कुलसचिव मोहम्मद इमरान, प्रॉक्टर प्रो. मोहम्मद वसीम अली ने अपनी टीम के साथ यूनिवर्सिटी के सभी हॉलों का निरीक्षण किया। कितने छात्र चले गए, कितने रह गए, जो हैं वह क्यों नहीं गए। इस बारे में छात्र और वार्डन से जानकारी हासिल की गई।प्रॉक्टर प्रो. वसीम अली ने बताया कि फिलहाल 75 फीसदी विद्यार्थी हॉस्टल खाली कर गए हैं। जो विद्यार्थी रह गए हैं, उन्हें 18 जून को यूजीसी नेट और जेआरएफ की परीक्षा देनी है। इसलिए वह रुके हैं। परीक्षा के बाद हॉल खाली कर देंगे। उन्होंने कहा कि निरीक्षण में हॉलों जो कमियां हैं, उन्हें दूर कराया जाएगा। बता दें कि हॉल खाली न कराने को लेकर शोधार्थियों ने कई बार प्रदर्शन भी किया था। मोबाइल फोन के साथ पकड़े गए छात्रों को नहीं मिलेगा दाखिला एएमयू में स्नातक और परास्नातक की प्रवेश परीक्षाओं के दौरान अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर जिन विद्यार्थियों के पास से मोबाइल फोन मिले, उन्हें जीवन में कभी यहां दाखिला नहीं मिल पाएगा। ऐसी संभावना जताई जा रही है। एएमयू परिसर में मेटल डिटेक्टर को चकमा देकर विद्यार्थी परीक्षा कक्ष में मोबाइल फोन ले गए थे। बुधवार को जांच कमेटी की बैठक में विद्यार्थियों पर चर्चा हुई। उन पर की गई कार्रवाई के बारे में उच्चाधिकारियों को जानकारी दी जाएगी।
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