क्राइम
अंकित उर्फ गोधू को 25 दिन पहले दिल्ली से पांच की दिन पैरोल मिली थी
पैरोल के बाद वह गांव में नहीं आया, बल्कि डीसी गैंग पर वार करने की तैयारी करने लगा
अंकित उर्फ गोधू को 25 दिन पहले दिल्ली से पांच की दिन पैरोल मिली थी। वह वापस नहीं लौटा, महम पुलिस ने तिहाड़ जेल प्रशासन से पूरा ब्योरा मांगा है। गैंगवार में डीसी गैंग पर गोधू गैंग ने पलटवार किया था। पेशी के दौरान वजीर से कहासुनी हुई थी।हरियाणा के रोहतक के महम के निंदाना गांव में हुई गैंगवार में अहम अभियुक्त अंकित उर्फ गोधू तिहाड़ जेल में बंद था, जिसे 25 दिन पहले ही पांच दिन की पैरोल मिली थी। पैरोल के बाद वह गांव में नहीं आया, बल्कि डीसी गैंग पर वार करने की तैयारी करने लगा। पुलिस को यह भी पता लगा है कि सोमवार को दोहरे हत्याकांड से पहले महम अदालत में दोनों पक्षाें के बीच कहासुनी भी हुई थी, यहीं पर गोधू गैंग ने हत्या की पटकथा रच दी थी।गोधू गैंग ने किया डीसी गैंग पर पलटवार
निंदाना गांव में सात साल से डीसी और गोधू गैंग के बीच रंजिश चल रही है, जिसमें सात हत्या हो चुकी हैं। गोधू गैंग के अमित उर्फ गोधू व उसके साथी संदीप की 2022 में हिसार के पुट्ठी गांव में हत्या हुई, जबकि दो लोगों की हत्या 2021 में हुई। वहीं, जेल से पैरोल पर आए सुमित उर्फ सेठी की 2023 में गांव में ही हत्या हुई। अब डीसी गैंग के भिवानी जेल में बंद संदीप उर्फ डीसी के चाचा वजीर सिंह की हत्या महम में सरेआम सोमवार को की गई। साथ में फायरिंग में किशनगढ़ का बल्लू नंबरदार भी मारा गया, जिसका गैंग से कोई संबंध नहीं था।तिहाड़ जेल प्रशासन और दिल्ली पुलिस से अंकित उर्फ गोधू के बारे में पूरा ब्योरा मांगा गया है। सीआईए प्रथम व द्वितीय भी केस में काम कर रही है। दूसरे आरोपियों के बारे में भी ब्योरा एकत्रित कर रहे हैं।