दोहरे हत्याकांड का एक और नाबालिग आरोपी पकड़ा, बाल सुधार गृह भेजा
थाना पुलिस ने उसे बाल सुधार गृह बरेली भेज दिया है
बिल्सी (बदायूं)। परौली के प्रेमी युगल हत्याकांड का दूसरा नाबालिग आरोपी भी बृहस्पतिवार को पकड़ा गया। थाना पुलिस ने उसे बाल सुधार गृह बरेली भेज दिया है। अब इस हत्याकांड में युवती का दादा रामऔतार फरार है। थाना पुलिस की दो टीमें उसकी तलाश कर रही हैं।ग्राम परौली में मंगलवार सुबह करीब साढ़े चार बजे प्रेमी युगल जयपाल व नीतू की फावड़े से काटकर हत्या कर दी गई थी। इसमें जयपाल के पिता सूरजपाल ने नीतू के पिता महेश, मां भागवती,दादा सूरजपाल और दो नाबालिग भाइयों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। थाना पुलिस महेश और भागवती को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है। नीतू का एक नाबालिग भाई बुधवार को पकड़ा गया था। उसे दोपहर बाद बाल सुधार गृह भेज दिया गया था। बृहस्पतिवार को उसका छोटा भाई भी पकड़ा गया। इसकी उम्र करीब 12 साल हैबताया जा रहा है कि इस नाबालिग भाई ने भी प्रेमी युगल पर डंडे चलाए थे। यह भी दोनों से काफी गुस्सा था। जहां पिता महेश प्रेमी युगल पर फावड़े से वार कर रहा था, वहीं यह नाबालिग भाई डंडा चला रहा था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। पुलिस ने छोटे भाई को भी बाल सुधार गृह बरेली भेजा है। अभी इसमें नीतू का दादा रामऔतार नहीं पकड़ा गया है। थाना पुलिस उसको तलाश कर रही है। इंस्पेक्टर ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि रामऔतार की तलाश में टीम लगाई गई है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
मां बोली- एक बेटे को खोकर दो बेटों को बचाया
सूरजपाल की पत्नी मनी देवी का कहना है कि उन्होंने एक बेटे को खोकर दो बेटों को बचा लिया। उस दौरान ऐसा माहौल था कि हत्यारोपी पूरे परिवार को मार देते। जब हत्यारोपियों ने उनके घर का दरवाजा खटखटाया था तो उस समय वह जाग चुके थे। उन्हें नहीं पता कि नीतू किस समय उनके घर आ गई थी। जैसे ही उनके बेटे जयपाल ने घर का दरवाजा खोला तो वह और नीतू घर के बाहर भागे। तभी आरोपी उन पर हमलावर हो गए। आरोपी जयपाल की गर्दन में फावड़ा मार चुके थे। उसकी काफी गर्दन भी कट चुकी थी। यह देखकर उन्होंने छोटे बेटे मनमोहन, रामखिलाड़ी और बेटी खुशवती को घर के अंदर कर लिया और अंदर से कुंडी लगा ली। अगर वह ऐसा नहीं करती तो दोनों की हत्या के बाद उनके परिवार को भी शायद मार दिया जाता।रामऔतार ने भड़काया था महेश को, बना डाली हत्या की योजनाबताया जाता है कि इस दोहरे हत्याकांड में महेश यही सोच रहा था कि वह नीतू की जमकर पिटाई लगाएगा और उसको सबक सिखाकर छोड़ देगा। पुलिस की छानबीन के अनुसार जब रामऔतार महेश के बुलाने पर उसके घर पहुंचा, तब उन दोनों ने मिलकर जयपाल और नीतू को ठिकाने लगाने की योजना बना ली। इसके बाद सबने मिलकर घटना को अंजाम दे डाला।