उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में भ्रष्टाचार निवारण संगठन इकाई (एंटी करप्शन टीम) ने 5,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में भ्रष्टाचार निवारण संगठन इकाई (एंटी करप्शन टीम) ने 5,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में भ्रष्टाचार निवारण संगठन इकाई (एंटी करप्शन टीम) ने 5,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए ठाकुरद्वारा तहसील के जिलेदार प्रथम विजयवीर सिंह को धर दबोचा है. इसे सिंचाई एवं संसाधन विभाग के कार्यालय जिलेदारी प्रथम अफजलगढ़ सिंचाई खंड धामपुर से पकड़ा गया है. एंटी करप्शन की टीम ने पीड़ित की शिकायत पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया है.भ्रष्टाचार निवारण संगठन इकाई डिप्टी एसपी मो फज़ल सिद्दीकी ने बताया कि, मासूम अली नाम के व्यक्ति ने शिकायत की थी कि उसके घर के पास सिचाई विभाग की नहर निकलती है. घर से निकले के लिए अस्थाई रूप से आने-जाने के लिए उसने नहर पर एक स्लैप डाल रखा है, वही घर में आने जाने का मार्ग है. इस पर सिचाई एवं संसाधन विभाग के जिलेदार विजय वीर सिंह ने उसके खिलाफ कार्यवाही कर देने का डर दिखा कर उस से दस हजार रूपये की मांग की.पीड़ित ने इसकी शिकायत भ्रष्टाचार निवारण संगठन इकाई मुरादाबाद में की थी जिसके बाद आज ट्रैप लगा कर रिश्वत लेते हुए विजय वीर सिंह को भ्रष्टाचार निवारण संगठन इकाई द्वारा रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है. आरोपी के विरुद्ध ठाकुरद्वारा थाने में मामला भी दर्ज कराया जा रहा है.
नोटिस निरस्त करने के एवज में की रिश्वत की मांग उन्होंने बताया कि डिलारी थाना क्षेत्र के काजीपुरा गांव के मासूम अली पुत्र अवरार हुसैन ने आरोपी विजय वीर सिंह के विरुद्ध रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायतकर्ता को नहर पर अवैध पुलिया बनाने के संबंध में 13 मार्च को सिंचाई खंड के कार्यालय ठाकुरद्वारा में उपस्थित होने का नोटिस दिया गया था. इस पर शिकायतकर्ता ने उसी दिन विजयवीर सिंह जिलेदार प्रथम से मिले थे और जिलेदार से नोटिस के संबंध में जानकारी की तो जिलेदार प्रथम ने मुकदमे की कार्रवाई से बचने और नोटिस को निरस्त करने के बदले 10000 रुपये की घूस मांगी थी. जिलेदार प्रथम के दबोचे जाने के बाद अब इस पूरे मामले की विवेचना एंटी करप्शन के इंस्पेक्टर मोहम्मद इश्तियाक को दी गई है.