बांग्लादेशी नागरिक सिराज को गत 22 दिसंबर को रेलवे रोड से उसकी पत्नी के साथ एटीएस ने पकड़ा
अलीगढ़ नगर निगम से 2016 में बना जन्म प्रमाण पत्र मिला था

बांग्लादेशी नागरिक सिराज का जन्म प्रमाण पत्र अलीगढ़ नगर निगम से जारी कर देने के मामले में निगम के चार लिपिक जांच के दायरे में आ गए हैं। निगम अधिकारियों ने चारों लिपिकों से जन्म प्रमाण पत्र जारी करते समय संलग्न किए गए प्रपत्रों को खोज कर सहायक नगर आयुक्त वीर सिंह के समक्ष पेश करने के लिए कहा है।बांग्लादेशी नागरिक सिराज को गत 22 दिसंबर को रेलवे रोड से उसकी पत्नी के साथ एटीएस ने पकड़ा था। इसके पास से अलीगढ़ नगर निगम से 2016 में बना जन्म प्रमाण पत्र मिला था। जिसके बाद एटीएस ने नगर निगम से जन्म प्रमाण पत्र के संबंध में विवरण मांगा था। मूल रूप से बांग्लादेश के जिला फरीदपुर में थाना भंगा के साउथ कालामरिधा का निवासी सिराज कई वर्षों से अलीगढ़ के भुजपुरा में रह रहा था। उसने 16 अगस्त 2016 में सिराज पुत्र पप्पू निवासी नगला आशिक, भुजपुरा के नाम से नगर निगम में जन्म प्रमाण पत्र बनवाया। जन्म तिथि 1 जनवरी 1991 प्रदर्शित की।एटीएस से पत्र मिलने के बाद नगर आयुक्त ने इस पूरे मामले की जांच सहायक नगर आयुक्त को दी। सहायक नगर आयुक्त वीर सिंह ने वरिष्ठ लिपिक दिनेश कुमार, लिपिक सत्य प्रकाश, लिपिक चिरंजीलाल और नितिन गौड़ से दस्तावेज मांगे हैं।चारों लिपिकों से दो दिन में फार्म और दस्तावेज मांगे थे। नहीं दिए गए। यह खेदजनक है। अब इन सभी लिपिकों को 24 घंटे के अंदर दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा है। अगर उपलब्ध नहीं कराए तो कार्यवाही के लिए यह लोग खुद जिम्मेदार होंगे।