अलीगढ़

भोलेनाथ अत्यंत बो भोले हैं थोड़ी सी सेवा से प्रभु खुश हो जाते हैं

समुद्र मंथन से जब अमृत निकला तो देवों ने पिया और विष निकला तो भोलेनाथ ने पिया और नीलकंठ कहलाए बेलपत्र की अद्भुत महिमा का वर्णन किया

अलीगढ़। आज गौशाला में महाशिवपुराण के अंतर्गत पांचवे दिन कृष्ण प्रिया दीदी ने बताया भोलेनाथ अत्यंत बो भोले हैं थोड़ी सी सेवा से प्रभु खुश हो जाते हैं अपने पास कुछ नहीं रखते भक्तों को ही लुटा देते हैं उनका प्रत्येक कार्य संसार के कल्याण के लिए ही होता है या बांसुकी नाग को धारण करना हो समुद्र मंथन से जब अमृत निकला तो देवों ने पिया और विष निकला तो भोलेनाथ ने पिया और नीलकंठ कहलाए बेलपत्र की अद्भुत महिमा का वर्णन किया

रुद्राक्ष की महिमा का नाम किया उनकी महिमा बताई कौन सा मुखी रुद्राक्ष भक्तों को पहनना चाहिए उन्होंने बताया भोले बाबा पर केतकी का फूल कभी नहीं चढ़ाना चाहिए उन्होंने बताया विष्णु भगवान राम कृष्ण सब भोले बाबा ही हैं वही महेश्वर है जो भक्तों के हृदय में रहते हैं देवी जी ने भोले बाबा का भजन सुनाया हम पागल हैं पागल भोलेनाथ के काशीनाथ के शंभू नाथ के सभी भक्तों ने जमकर नृत्य किया आज के कार्यक्रम में गौशाला कीमत अध्यक्ष कृष्णा गुप्ता, कोषाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण लक्ष्क्षो, सासंद सतीश गौतम, शल्यराज सिंह, उमेश सरकोडा, राजेश सरकोडा, मुकेश सरकोडा, दीपक गुप्ता अविनाश कॉल, उमेश एडवोकेट मीडिया प्रभारी विशाल देशभक्त, प्रभा सिंह, उमेश ऑटोमोबाइल् जोगिंदर सिंह संजय सिंह राजेंद्र प्रसाद नूतन लॉक अरुण आचार वाले अजय आदि उपस्थित रहे।

JNS News 24

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