नेत्र देह/रक्तदान हेतु किया जागरूक देह दान कर्त्तव्य संस्था ने देह दान कर्त्तव्य
संस्था ने डॉ एस के गौड़ की अध्यक्षता से गांधी आई हॉस्पिटल में आंख का ऑपरेशन कराने
संस्था ने डॉ एस के गौड़ की अध्यक्षता से गांधी आई हॉस्पिटल में आंख का ऑपरेशन कराने चौंढेरा व आस -पास के ग्रामीण लोगों को किया जागरूक नेत्र/देह/रक्तदान के वास्ते। सचिव डॉ जयंत शर्मा ने कहा कि आप व आसपास के लोगों,रिश्ते दरों को प्रेरित करें। आज पूरे देश में अंगदान की काफी कमी से असंख्य जानें समय पूर्व समाप्त हो जाती हैं। हमारी संस्था शहर से बाहर भी नेत्र व देह दान
सुगमता से करा रही है। आपको केवल हमारी संस्था की सदस्यता ग्रहण करना है।शेष कार्य पदाधिकारी करेंगे। डॉ गौड़ ने कहा कि आंखों की उपयोगिता आप से ज्यादा शायद ही कोई जानता हो। क्योंकि इसकी कमी का अह्सास आपको हो ही गया है। इसलिए मरणोपरांत भी जीवित रहने के वास्ते पवित्र दानी दिन मकर संक्रांति को नेत्रदान हेतु संकल्पित हों। देह दान करने से मैडिकल कॉलेज के छात्र को पढ़ाई करने में सहयोगी बन सकते हैं। आप तो केवल हमें सूचित करें। उन्होंने अपना मोबाइल न o दिया। सुखद कि कई लोगों ने नोट भी किया। रक्तदान से रक्त पतला हो कर शरीर में रोगों से लड़ने वाली क्षमता (इम्यून शक्ति)बढ़ती है। दानी निरोगी बना रहता है। डॉ ए के शर्मा
(नेत्र रोग विशेषज्ञ)ने सफल संचालन करते हुए कहा कि
ऑपरेशन पश्चात आंखें दान नहीं कर सकते। ऐसा नहीं है। आप तो केवल हमें सूचित करें। निर्णय हम करेंगे। मरणोपरांत कमरे का पंखा बन कर दें। सिर के नीचे तकिया लगा बन्द या खुली आँखों पर पानी भीगी रुई रख दें। डॉ नरेंद्र बंसल, अजय राणा, योगेश शर्मा
(वि ए एस एफ) किरन वार्ष्णेय, विवेक अग्रवाल, समाजसेवी दिलीप दामोदर वार्ष्णेय, आर एम गौड़, राकेश सिंह, अर्जुन वार्ष्णेय आदि सहयोगी बने।