अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में सेन्सस डेटा रिसर्च वर्कस्टेशन का हुआ उद्घाटन
अलीगढ़ सुप्रसिद्ध मौलाना आज़ाद लाइब्रेरी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का केंद्रीय पुस्तकालय है जो कि अपनी पांडुलिपियों, दुर्लभ पुस्तकों और कलाकृतियों के अपने अमूल्य संग्रह के लिए प्रसिद्ध है। गुरूवार को भारत के महारजिस्ट्रार एवं जनगणना आयुक्त कार्यालय, गृह मंत्रालय भारत सरकार के मार्गदर्शन ‘सेंसस रिसर्च वर्क स्टेशन‘ का शुभारंभ कुलपति अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय मो0 गुलरेज एवं श्रीमती शीतल वर्मा, निदेशक जनगणना एवं नागरिक पंजीकरण द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। विदित रहे कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में “सेन्सस डेटा रिसर्च वर्कस्टेशन” स्थापित करने का मुख्य उद्देश्य शिक्षण संस्थाओं, विश्वविद्यालयों में शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, छात्रों एवं डाटा यूज़र को लाभान्वित करने के साथ ही अनुसंधान को प्रोत्साहित करना है। जनगणना के सूक्ष्म स्तर के आंकड़े बहुपयोगी विकास परक नीतियों के निर्माण, उनके अनुश्रवण एवं योजनाओं के मूल्यांकन में भी महत्व पूर्ण भूमिका निभाते हैं। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में स्थापित होने वाला यह उत्तर प्रदेश का तीसरा “सेन्सस डेटा रिसर्च वर्कस्टेशन” है। इस रिसर्च वर्कस्टेशन पर जनगणना 1991-2011 की सभी प्रकाशित जनगणना तालिकाएँ एवं आंकड़े सॉफ्ट कॉपी में शोधकर्ताओं के लिए उपलब्ध हैं। इस वर्कस्टेशन से आंकड़ा प्रयोगकर्ता जनगणना संबंधी विभिन्न सूक्ष्म स्तर के आंकड़ों को अपने अध्ययन एवं शोध हेतु सुगमता से प्राप्त कर सकते है। वर्कस्टेशन शोधकर्ताओं को व्यवस्थित अनुसंधान के लिए जनगणना के माइक्रो-डेटा तक पहुंच प्रदान करके भारत की आबादी के सामाजिक-आर्थिक-जनसांख्यिकीय संदर्भ का अध्ययन करने में सक्षम बनाता है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के मौलाना आज़ाद पुस्तकालय के डिजिटल रिसोर्स सेंटर में स्थापित “सेन्सस डेटा रिसर्च वर्कस्टेशन” देश एवं प्रदेश के शिक्षण संस्थाओं, विश्वविद्यालयों एवं शोध संस्थाओं में सामाजिक आर्थिक एवं जनसांख्यिकीय विषयों पर शोध कार्यों के उन्नयन के दृष्टिकोण से शिक्षकों, वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं, विद्यार्थियों एवं अन्य आंकड़ा प्रयोगकर्ताओं को बहुपयोगी जनगणना के सूक्ष्म स्तर के आंकड़ों को सुगमता से उपलब्ध कराने के लिए किया गया है। जनगणना के आंकड़ों के आधार पर 30 हजार से अधिक सारणीयां एवं 8 हजार से अधिक आलेख, सारांश भारत के महारजिस्ट्रार एवं जनगणना आयुक्त कार्यालय की अधिकृत वेबसाइट censusindia.gov.in प्रकाशित है। परंतु सूक्ष्म विश्लेषण की संभावना के दृष्टिगत सूक्ष्म स्तर के आंकड़ों को सुलभता से शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, छात्रों को लाभान्वित होंगे और जन सामान्य डाटा यूज़र लिए भी उपलब्ध होगी ।
इस अवसर पर श्रीमती शीतल वर्मा ने अवगत कराया कि “भारत के महारजिस्ट्रार एवं जनगणना आयुक्त के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश में स्थापित होने वाला तीसरा वर्क स्टेशन होगा। इस वर्कस्टेशन से आंकड़ा प्रयोगकर्ता जनगणना संबंधी विभिन्न सूक्ष्म स्तर के आंकड़ों को अपने अध्ययन एवं शोध को सुगमता से प्राप्त कर सकते हैं। आंकड़ों के सही प्रयोग एवं अध्ययन से वह देश प्रदेश एवं स्वयं के जीवन को नई दिशा एवं दशा देंगे। ऐसा विगत अनुभव से सिद्ध हुआ है। अलीगढ़ विश्वविद्यालय में वर्कस्टेशन की स्थापना में सहयोग देने के लिए निदेशक जनगणना ने संस्था के कुलपति, रजिस्ट्रार एवं लाइब्रेरियन को धन्यवाद ज्ञापित किया। श्रीमति शीतल वर्मा ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि “सेन्सस डेटा रिसर्च वर्कस्टेशन” अपने उद््देश्यों को प्राप्त करने में शत-प्रतिशत सफल होगा एवं विकास कार्यों के लिए नवीन लक्ष्यों को पहचान कर उसको प्राप्त करने में सेन्सस डेटा रिसर्च वर्कस्टेशन की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
अलीगढ़ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफसर मो0 गुलरेज ने निदेशक जनगणना का विशेष रूप से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य के शिक्षा एवं ज्ञान की हृदयस्थली अलीगढ़ में वर्क स्टेशन की स्थापना के लिए उनकी संस्था का चयन किया जाना संस्था के लिए गौरव का क्षण है। यह संस्था शिक्षा सामाजिक अध्ययन एवं शोध के लिए सदैव अग्रणी रही है। उन्होंने आश्वस्त किया कि संस्था में स्थापित होने वाला वर्कस्टेशन अपने उद््देश्य को शत-प्रतिशत पूर्ण करने में सफल होगा। यह वर्कस्टेशन अलीगढ़ के आसपास के जिलों के शिक्षण संस्थानों, महाविद्यालय, शोध संस्थानों, शोधकर्ताओं, विद्यार्थियों एवं अन्य प्रवक्ताओं को भी लाभान्वित करेगा।
कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर निशांत फातिमा एवं धन्यवाद ज्ञापन श्री आसिफ फारुख सिद््दीकी ने किया। उद्घाटन समारोह में प्रो. काज़ी मजहर अली, जनगणना कार्य निदेशालय के डॉ. एसएस शर्मा उप निदेशक, डॉ गौरव पांडेय सहायक निदेशक, जिला प्रशासन के अधिकारी, विद्यार्थी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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