धार्मिक

चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवमी तक चैत्र नवरात्रि मनाई जाएगी

9 दिन दुर्गा सप्तशती या दुर्गा चालीसा का पाठ जरुर करें. मान्यता है

अप्रैल 2024 में व्रत-त्योहार की भरमार होगी. 1 अप्रैल 2024 पर शीतला सप्तमी से ये महीना शुरू हो जाएगा. अप्रैल में चैत्र और वैशाख महीने का संयोग बनेगा. इसी महीने से मौसम में बदलाव आने लगता है. गर्मियां शुरू हो जाती है.धार्मिक दृष्टि से देखें तो इस माह में कई व्रत-त्योहार आएंगे जैसे चैत्र नवरात्रि, हिंदू नववर्ष, सोमवती अमावस्या, बैसाखी, हनुमान जयंती, राम नवमी आदि मनाए जाएंगे. आइए जानते हैं अप्रैल महीने के व्रत-त्योहार की लिस्ट. अप्रैल 2023 व्रत-त्योहार (April 2023 Vrat Festival Dates)

1 अप्रैल 2024 (सोमवार) – शीतला सप्तमी

2 अप्रैल 2024 (मंगलवार) – शीतला अष्टमी

5 अप्रैल 2024 (शुक्रवार) – पापमोचनी एकादशी, पंचक शुरू

6 अप्रैल 2024 (शनिवार) – शनि प्रदोष व्रत (कृष्ण)

7 अप्रैल 2024 (रविवार) – मासिक शिवरात्रि

8 अप्रैल 2024 (सोमवार) – चैत्र अमावस्या, सोमवती अमावस्या, सूर्य ग्रहण

9 अप्रैल 2024 (मंगलवार) – चैत्र नवरात्रि, उगाडी, घटस्थापना, गुड़ी पड़वा, झूलेलाल जयंती

10 अप्रैल 2024 (बुधवार) – चेटी चंड

11 अप्रैल 2024 (गुरुवार) – गणगौर, मत्स्य जयंती

12 अप्रैल 2024 (शुक्रवार) – विनायक चतुर्थी

13 अप्रैल 2024 (शनिवार) – मेष संक्रांति, सोलर नववर्ष शुरू

14 अप्रैल 2024 (रविवार) – यमुना छठ

16 अप्रैल 2024 (मंगलवार) – महातारा जयंती

17 अप्रैल 2024 (बुधवार) –  चैत्र नवरात्रि पारणा, रामनवमी, स्वामी नारायण जयंती

19 अप्रैल 2024 (शुक्रवार) –  कामदा एकादशी

21 अप्रैल 2024 (रविवार) – प्रदोष व्रत (शुक्ल), महावीर स्वामी जयंती

23 अप्रैल 2024 (मंगलवार) – हनुमान जयंती, चैत्र पूर्णिमा व्रत

24 अप्रैल 2024 (बुधवार) – वैशाख शुरू

27 अप्रैल 2024 (शनिवार) – विकट संकष्टी चतुर्थी

चैत्र माह के उपाय

चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवमी तक चैत्र नवरात्रि मनाई जाएगी. ऐसे में 9 दिन दुर्गा सप्तशती या दुर्गा चालीसा का पाठ जरुर करें. मान्यता है इससे देवी दुर्गा बेहद प्रसन्न होती है. शत्रु, रोग, संकट, ग्रह दोष मिट जाते हैं.जो लोग शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या से परेशान चल रहे हैं. कार्यों में सफलता नहीं मिल रही तो उनके लिए 6 अप्रैल 2024 का दिन खास है. इस दिन शनि प्रदोष व्रत है. मान्यता है इस दिन सूर्यास्त के बाद शिव जी पर काले तिल, शमी पत्र चढ़ाकर अभिषेक करने से शनि प्रसन्न होते हैं. दुष्प्रभाव का असर कम होता है.चैत्र में 17 अप्रैल को राम नवमी के दिन घर में राम रक्षा स्तोत्र, सुंदरकांड या रामायण का पाठ करें. इससे जीवन सुखमय बनता है. रुके काम पूरे होते हैं. घर परिवार में क्लेश नहीं होते

JNS News 24

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!