चातुर्मास मंगल कलश स्थापना मांगलिक कार्यक्रम सानंद संपन्न चातुर्मास के चार आयाम- भक्ति, ज्ञान, तप, आराधना’
महावीर वंदना का पाठ जैन मिलन वर्द्धमान समिति द्वारा किया गया ।
लौकिक सुखों को प्राप्त करने के लिए तो हम वर्ष भर जतन करते रहते हैं, लेकिन पारलौकिक सुख प्राप्त करने ही चातुर्मास आता है। और इस दौरान यदि हमने इन पलों का उपयोग कर लिया, तो जीवन पारलौकिक सुख पाने के जतन करना प्रारंभ कर देगा। यह बात रविवार को शहर के खिरनी गेट स्थित श्री लख्मीचंद पांड्या खंडेलवाल दिगम्बर जैन ट्रस्ट परिसर में आयोजित हुए चातुर्मास मंगल कलश स्थापना के अवसर पर जैन मुनि अनुकरण सागर महाराज ने कही। उन्होंने चातुर्मास के चार सूत्र दिए जिसमें भक्ति, ज्ञान, तप और आराधना शामिल है। इनको पाने के लिए जतन करना चाहिए। भक्ति यानि गुरु और भगवान की भक्ति में 4 महीने समर्पित होना।ज्ञान- यानि गुरुओं से आत्म तत्व के स्वरूप को जानने का प्रयास करना, तप- यानि उपवास, व्रत, संयम के माध्यम से तप ग्रहण कर कर्मों की निर्जला के लिए उद्यत होना और आराधना यानी जो सीखा है उसका बार-बार चिंतन करना। यदि इन चार बिंदुओं पर हमने चातुर्मास के दौरान चिंतन कर लिया तो फिर हमारा जीवन सार्थक होना तय है।पाप के क्षय और पुण्य के संचय का नाम है ,पाप का क्षय और पुण्य के संचय का नाम है चातुर्मास। यदि हमने चातुर्मास के 4 महीनों में भी धर्म ध्यान करना शुरू नहीं किया तो फिर हम कब धर्म से जुड़ेंगे। चातुर्मास में 4 महीने साधु एक ही स्थान पर आगम की आज्ञा के अनुसार रहते हैं। इस दौरान वह तो अपनी आत्मा साधना करते हैं, लेकिन श्रावक भी धर्म साधना करना शुरू कर दें तो फिर यह चातुर्मास दोनों के लिए सार्थक होगा। कार्यक्रम का शुभारंभ अवनी ,माही , खुशी बच्चों द्वारा मंगलाचरण प्रस्तुत कर किया।महावीर वंदना का पाठ जैन मिलन वर्द्धमान समिति द्वारा किया गया ।इन मुख्य परिवार को प्राप्त हुआ सौभाग्यमुनि श्री के पाद प्रक्षालन का सौभाग्य डॉ एस.के.जैन, देवेन्द्र कुमारी जैन,श्री अनिल कुमार जैन ,पूनम जैन श्रीजी परिवार एवं शास्त्र भेंट करने का श्री जगवीर किशोर जैन पूर्व एमएलसी,राजीव जैन ,संजय जैन परिवार को प्राप्त हुआ।चातुर्मास के रजत मंगल कलश स्थापना करने का प्रथम सौभाग्य आशारानी पांड्या ,संजय पांड्या,राजीव पांड्या इंदौर न्यूयॉर्क निवासी, द्वितीय मंगल कलश डॉ एस.के.जैन , देवेन्द्र कुमारी जैन परिवार, तृतीय कैलाश चन्द्र जैन ,गौरव जैन सोनल लॉक्स परिवार, चतुर्थ मंगल कलश ज्ञानेन्द्र कुमार जैन ,प्रशांत जैन राजा परिवार को स्थापित करने का प्राप्त हुआ एवं अन्य मंगल कलश स्थापित करने श्रावक श्राविकाओं को प्राप्त हुआ। इस मौके पर मुख्य रूप से प्रद्युम्न कुमार जैन,विजय कुमार जैन ,नरेंद्र कुमार जैन ,ज्ञानेंद्र कुमार जैन,राजीव जैन ,मुनेश जैन ,मयंक जैन ,प्रशांत जैन, रविंद्र जैन ,कुणाल जैन ,मोहित जैन ,सौरभ जैन ,पांड्या,यतीश जैन,नीरज जैन ,नितिन जैन,सत्यम जैन ,रिषभ जैन ,आरुष जैन ,लक्ष्य जैन एवं भारी संख्य में समाज के महिला, पुरुष,बच्चे उपस्थित रहे।