क्राइम

बेहतर रिटर्न का झांसा और घर बैठे जॉब का ऑफर देकर 16 लाख की चपत,

एक युवक, उसके दो भाइयों और बहन-बहनोई के साथ 8 लाख 46 हजार 302 रुपये की धोखाधड़ी की

जिले के रोहनिया थाना क्षेत्र के लठिया निवासी युवक, उसके भाई-बहन और बहनोई ने बेहतर रिटर्न के लालच में निवेश किया था। उधर, सरस्वती नगर कॉलोनी, नवलपुर निवासी युवक ने जॉब के ऑफर के चक्कर में रुपए गवांए। दोनों मामलों में पुलिस जांच कर रही है।कम निवेश पर बेहतर रिटर्न का झांसा देकर जालसाजों ने लठिया, बच्छांव निवासी एक युवक, उसके दो भाइयों और बहन-बहनोई के साथ 8 लाख 46 हजार 302 रुपये की धोखाधड़ी की। प्रकरण को लेकर सारनाथ स्थित साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं घर बैठे जॉब का ऑफर देकर जालसाजों ने सरस्वती नगर कॉलोनी, नवलपुर निवासी पंकज कुमार यादव को सात लाख से अधिक रुपयों की चपत लगा दी। दोनों मामलों में पुलिस छानबीन कर रही है। पहला मामला रोहनिया थाना क्षेत्र के लठिया, बच्छांव का है। यहां रहने वाले मानवेंद्र प्रसाद ने पुलिस से शिकायत की। मानवेंद्र ने बताया कि वह डोले पीएलसी 6006 डिपार्टमेंट ग्रुप के एप से जुड़े। उन्हें कम निवेश पर बेहतर रिटर्न का झांसा दिया गया। वह झांसे में आकर 1 लाख 90 हजार 650 रुपये का निवेश किए।इसके बाद उनके भाई जोसेफ व देवेंद्र भारती, बहन विंध्यवासिनी और बहनोई भी उस एप से जुड़े। उन लोगों ने भी बेहतर रिटर्न की आस में निवेश किया। इस तरह से पांचों लोगों ने 8 लाख 46 हजार 302 रुपये का निवेश किया। कंपनी की एडमिन सुसेन से जब पैसा मांगा गया तो उसने कोई जवाब ही नहीं दिया।

एक अन्य एडमिन पंडी का अब कहना है कि और रुपये का निवेश करें तो पैसा वापस किया जाए। इस संबंध में साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कर इंस्पेक्टर अनीता सिंह को जांच सौंपी गई है घर बैठे जॉब का ऑफर देकर लगाई 7.70 लाख की चपत दूसरी घटना सरस्वती नगर कॉलोनी, नवलपुर निवासी पंकज कुमार यादव के साथ हुई। घर बैठे पार्ट टाइम जॉब का ऑफर देकर जालसाजों ने उससे 7 लाख 70 हजार 40 रुपये की चपत लगा दी। प्रकरण को लेकर सारनाथ स्थित साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।पंकज कुमार यादव ने पुलिस को बताया कि क्वाइन स्विच कंपनी की ओर से उन्हें घर बैठे पार्ट टाइम जॉब का ऑफर दिया गया। कहा गया कि अलग-अलग प्रोडक्ट का रिव्यू कर रेटिंग करनी है। उसके बदले में पैसा दिया जाएगा। उनसे एक हजार रुपये जमा कराकर काम शुरू कराया गया। इसके बाद उन्हें टास्क दिया जाता रहा और बदले में उनसे पैसा जमा कराया गया। इस तरह से अलग-अलग दिनों में उन्होंने 7 लाख 70 हजार 40 रुपये जमा किया। जब उनका पैसा वापस नहीं हुआ तो उन्हें समझ में आया कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। पंकज कुमार की तहरीर के आधार पर साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कर इंस्पेक्टर विजय नारायण मिश्र को जांच सौंपी गई है।

JNS News 24

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