दुनिया को फिर बर्बादी की राह पर लाएगा चीन
कोविड जैसे घातक वायरस का चूहों पर कर रहा एक्सपेरिमेंट,
दुनियाभर में 3 साल पहले यानी 2020 में कोरोना जैसी खतरनाक बीमारी ने दस्तक दी. इसकी वजह से लाखों लोगों की मौत हो गई थी. कोरोना की बीमारी के लिए पूरी दुनिया ने चीन को जिम्मेदार ठहराया था, क्योंकि ये वायरस चीन के वुहान लैब से निकला था. हालांकि, एक बार फिर चीन पूरी दुनिया को कोरोना जैसी महामारी की चपेट में डाल सकता है.हाल ही में 3 जनवरी को बायोरेक्सिव वेबसाइट पर पब्लिश जनरल पेपर के मुताबिक चीन एक नए घातक कोविड जैसे वायरस पर एक्सपेरिमेंट कर रहा है. इसका दावा प्री-पीयर रिव्यूड जर्नल में किया गया है. उन्होंने दावा किया है कि चीनी सेना के ट्रेंड डॉक्टर ने तथाकथित पैंगोलिन कोरोना वायरस नामक एक नया वेरिएंट तैयार किया है.
चूहों पर किया गया खतरनाक एक्सपेरिमेंट
चीन की सेना से ट्रेंड डॉक्टरों की एक टीम ने पैंगोलिन कोरोना वायरस वेरिएंट का प्रयोग चूहों के एक ग्रुप पर किया. उन्होंने ये देखने की कोशिश की कि आखिर पैंगोलिन कोरोना वायरस का असर चूहों पर कैसे होता है. इसके बाद समूह के चार चूहों को एक्टिवेट वायरस की डोज दी गई और बाकी के 4 अच्छे चूहों को संक्रमित चूहों के साथ रख दिया गया. उन्होंने 7-8 दिनों में पाया कि हेल्दी चूहे संक्रमित चूहों के संबंध में आकर संक्रमण का शिकार हो गए. उसके बाद डॉक्टरों ने पाया कि पूरी तरह से इन्फेक्टेड होने बाद पांच दिनों के भीतर सारे चूहों का वजन काफी कम हो गया. उनकी आंखें सफेद पड़ गई और आखिरकार उनकी मौत हो गई.
इंसानों के लिए भी जानलेवा
चीन के द्वारा चूहों पर किए गए जानलेवा प्रयोग के नतीजे काफी खतरनाक थे. चूहों को वायरस को डोज देने के बाद उनमें खतरनाक बदलाव देखने को मिले. इस दौरान वायरस संक्रमित चूहों के फेफड़ों में फैल गए. इसके बाद उनके दिमाग पर भी वायरस ने अटैक किया. इसके बाद उनकी मौत हो गई.शोधकर्ताओं ने कहा कि मौत का कारण देर से होने वाले मस्तिष्क संक्रमण से जुड़ा हो सकता है. हालांकि, उन्होंने कयास लगाए है कि पैंगोलिन कोरोना वायरस hACE2 चूहों के मौतों के लिए जिम्मेदार था. इसके अलावा ये इंसानों के लिए भी जानलेवा साबित हो सकता है.