चीन के रक्षा मंत्री डोंग ने रविवार को ताइवान को लेकर चेतावनी दी
चीन के रक्षा मंत्री ने अमेरिका के साथ सैन्य कम्युनिकेशन की अहमियत पर भी जोर दिया.
चीन अपनी आर्मी पर इतना घमंड करता है कि किसी को भी धमकी देता रहता है.पहले भारत को भी चीन ऐसी ही धमकी देता रहता था. अब उसके निशाने पर ताइवान है. चीन के रक्षा मंत्री डोंग ने रविवार को ताइवान को लेकर चेतावनी दी है. उन्होंने कहा, उनकी सेना ताइवान की स्वतंत्रता को बलपूर्वक रोकने के लिए तैयार है. वह सिंगापुर में शांगरी-ला संवाद में बोल रहे थे. डोंग ने कहा कि चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी शक्तिशाली बल रही है, जो कोई भी ताइवान को चीन से अलग करने की हिम्मत करेगा, उसे टुकड़ों में कुचल दिया जाएगा और उसका विनाश होगा. वैसे उनकी धमकी को अमेरिका की तरफ भी इशारा समझा जा रहा है.डोंग ने कहा कि हम हमेशा सहयोग के लिए खुले हैं, लेकिन दोनों पक्षों को एक-दूसरे से मिलना होगा. दरअसल, ताइवान के पास हाल ही में युद्ध अभ्यास हुआ था, उसके बाद चीन का आक्रामक रुख सामने आया है. ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय ने चीनी अधिकारियों के बयान को तर्कहीन बताया और कहा कि वह ताइवान में शांति और स्थिरता के लिए पूरी कोशिश करेगा. वहीं, चीन के रक्षा मंत्री ने अमेरिका के साथ सैन्य कम्युनिकेशन की अहमियत पर भी जोर दिया.
इसलिए अमेरिका पर भी भड़का है ड्रैगन डोंग ने ताइवान को हथियार बेचने और अवैध संपर्क रखने के लिए बाहरी हस्तक्षेप की आलोचना की. डोंग का इशारा साफ तौर पर अमेरिका की तरफ था, जो ताइवान के साथ गहरे अनौपचारिक संबंध रखता है. रिपोर्ट की मानें तो 2022 में अमेरिकी कांग्रेस की हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी ने ताइवान का दौरा किया था, जिस पर चीन भड़क गया था. अब चीन एशिया-प्रशांत, फिलिपींस के साथ अमेरिका के गहरे रक्षा संबंधों को लेकर भी गुस्से में है, इसलिए फिर से चीन ऐसे ही बयान दे रहा है.वहीं, दक्षिण चीन सागर पर फिलीपींस के जहाजों के साथ टकराव को लेकर भी चीन ने मुद्दा बनाया. उसने कहा, चीन ने अधिकारों के उल्लंघन और उकसावे के सामने संयम बनाए रखा है, लेकिन इसकी सीमाएं हैं.हम किसी को युद्ध भड़काने की इजाजत नहीं देंगे. अराजकता पैदा करने की इजाजत नहीं देंगे.