राजनीति

सीएम अरविन्दकेजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय ने आबकारी मामले में हुए कथित शराब घोटाले के आरोप में गिरफ्तार कर लिया

भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को कड़ी टक्कर दी और 2 लाख से ज्यादा वोट हासिल किए.

प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया. कथित शराब घोटाले को लेकर उन पर प्रवर्तन निदेशालय ने आरोप लगाए हैं. अरविंद केजरीवाल का सियासी सफर साल 2012 में शुरू हुआ और उन्होंने साल 2014 में पहली बार कोई चुनाव लड़ा था. इसके बाद उन्होंने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भी हिस्सा लिया और अपना पहला लोकसभा चुनाव उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट से लड़ा. इसी चुनाव में पहली बार नरेंद्र मोदी (तब गुजरात के मुख्यमंत्री) ने अपना लोकसभा चुनाव लड़ा था और वह भी वाराणसी सीट से उम्मीदवार थे.वाराणसी सीट पर बाहरी प्रत्याशी होने के बावजूद अरविंद केजरीवाल ने उस सीट पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को कड़ी टक्कर दी और 2 लाख से ज्यादा वोट हासिल किए. वाराणसी में अरविंद केजरीवाल को मिले थे कितने वोट? वाराणसी से हार मिलने के बाद अरविंद केजरीवाल ने फिर कोई लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा.

साल 2014 के चुनाव में अरविंद केजरीवाल ने वाराणसी लोकसभा सीट पर 2 लाख 9 हजार 318 मत हासिल किए थे. इस सीट पर पड़े कुल मत का 20.30 फीसदी अरविंद केजरीवाल को मिला था. अब इसे नीति कहें या नियत, अरविंद केजरीवाल ने जिसके खिलाफ चुनाव लड़ा, आज उसी की सरकार के दूसरे कार्यकाल में जेल में हैं और उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी और पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर जुबानी हमले कर रही है. अरविंद केजरीवाल ने अन्ना आंदोलन के बाद साल 2012 में अपनी पार्टी का गठन किया था और दिल्ली का पहला विधानसभा चुनाव साल 2014 में लड़ा था. इस चुनाव में उनकी पार्टी को बहुमत नहीं मिला और उन्होंने कांग्रेस के साथ मिलकर 49 दिन की सरकार चलाई. फिर साल 2015 में जब दिल्ली के विधानसभा चुनाव हुए तब आम आदमी पार्टी को बहुमत मिला और बीजेपी के सदस्यों की संख्या दहाई भी नहीं पार कर पाई. इसके अलावा कांग्रेस दिल्ली में 0 हो गई.

JNS News 24

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