सीएम योगी ने कहा, 2014 के पहले देश का किसान आत्महत्या करता रहा।
खेती किसानी से पलायन कर जाता था। देश मे फसल का डेढ़ गुना एमएसपी पहली बार लागू हुई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों के संकल्प से सिद्धि कार्यक्रम में कहा, उत्तर प्रदेश के किसान परिश्रमी और पुरुषार्थ हैं। उन्हीं के पुरुषार्थ का नतीजा है, कि यूपी देश के खाद्यान्न उत्पादन में नम्बर एक पर है। ऐसा पहले भी हो सकता था, लेकिन सरकारें उदासीन थी। देश के समग्र कृषि योग्य भूमि का 11% भूमि उत्तर प्रदेश में है। आज हम कृषक विद्युत बिल की योजना को देने जा रहे है।मुख्यमंत्री ने कहा, प्रदेश के निजी नलकूपों की बात करें तो 1 लाख 28 हजार से ज्यादा 10 से 15 हॉर्सपावर नलकूप है साथ ही सारे निजी नलकूपों को हम मुफ्त बिजली योजना से जोड़ने जा रहे है। इसके लिए 2400 करोड़ की व्यवस्था की गई है।
इसी के साथ आपके निजी नलकूपों को सोलर पैनल के साथ जोड़ सकते है। पीएम कुसुम योजना के माध्यम से सोलर के द्वारा आपकी अतिरिक्त बिजली को आप बेच भी सकते है। इसके लिए सरकार 60% सब्सिडी दे रही है। जिससे आपकी आमदनी बढ़ सके। सीएम योगी ने कहा, 2014 के पहले देश का किसान आत्महत्या करता रहा। खेती किसानी से पलायन कर जाता था। देश मे फसल का डेढ़ गुना एमएसपी पहली बार लागू हुई। हमारा अन्नदाता खुशहाल बने इसके लिए सारे कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में पिछले 7 सालों में गन्ना किसानों का भुगतान हो रहा है। हमने 2010 से किसानों के बकाया गन्ना बिल का भुगतान किया। डबल इंजन सरकार पहले दिन से अन्नदाताओं के साथ खड़ी हैं हमने 2017 के पहले निर्णय में किसान कर्जमाफी की।