यूएई के अबू धाबी में बने पहले हिंदू मंदिर में आज यानी 1 मार्च से आम श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे
14 फरवरी को पीएम मोदी द्वारा मंदिर के उद्घाटन के बाद से 29 फरवरी तक पहले से पंजीकरण करा चुके
यूएई के अबू धाबी में बने पहले हिंदू मंदिर में आज यानी 1 मार्च से आम श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे. 14 फरवरी को पीएम मोदी द्वारा मंदिर के उद्घाटन के बाद से 29 फरवरी तक पहले से पंजीकरण करा चुके सिर्फ वीआईपी और विदेशी श्रद्धालुओं को ही मंदिर में दर्शन करने की अनुमति दी गई थी. गल्फ न्यूज के मुताबिक उद्घाटन के बाद से ही भारी संख्या में विदेशी श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने आ रहे हैं.मंदिर प्रशासन ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि यूएई का BAPS मंदिर 1 मार्च को सुबह 9 बजे आम दर्शनार्थियों के लिए खोला जाएगा. मंदिर में आम दर्शनार्थी सुबह 9 बजे से रात 8 बजे तक दर्शन कर सकेंगे. वहीं प्रत्येक सोमवार को आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर बंद रहेगा.
मंदिर के लिए दान में दी गई है जमीन इस मंदिर के निर्माण में करीब 700 करोड़ का खर्च आया है. मंदिर का निर्माण साल 2018 से ही चल रहा था, फरवरी 2024 में काम पूरा होने पर मंदिर का उद्घाटन किया गया. मंदिर के प्रवक्ता के मुताबिक साल 2015 में ही मंदर निर्माण को लेकर चर्चा शुरू हो गई थी. साल 2018 में पीएम मोदी ने मंदिर का शिलान्यास किया. यूएई के हिंदू मंदिर का निर्माण बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (BAPS)ने कराया है. मंदिर के लिए जमीन अरब अमीरात के राष्ट्रपति ने दान में दी है. मंदिर उद्घाटन के दौरान करीब 65 हजार लोग भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुनने आए थे. नागर शैली में बना है यूएई का मंदिर यूएई हिंदू मंदिर के निर्माण में 18 लाख ईंट और 1.8 लाख घन मीटर राजस्थान के बलुआ पत्थर का प्रयोग किया गया है. मंदिर का निर्माण अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर की तरह नागर शैली में किया गया है. इस मंदिर में 7 शिखर बनाए गए हैं. मंदिर में लगे पत्थरों में देवी-देवताओं की मूर्तियों के अलावा देश के राष्ट्रीय पक्षी बाज और रेगिस्तान के जहाज कहे जाने वाले ऊंटों को भी उकेरा गया है.