सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के सुअवसर पर सैनिकों के योगदान को किया गया स्मरण
जिलाधिकारी ने की सैनिकों के कल्याणार्थ अधिक से अधिक आर्थिक सहयोग करने की अपील
अलीगढ़ सैनिकों के कल्याणार्थ प्रतिवर्ष 07 दिसंबर को मनाए जाने वाले सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के सुअवसर पर विंग कमाण्डर जितेन्द्र कुमार चौहान, जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी अलीगढ द्वारा आयुक्त, अलीगढ़ मण्डल, अलीगढ़ चैत्रा वी. एवं जिलाधिकारी विशाख जी0 को प्रतीक झण्डे लगाकर इस पावन पर्व को मनाया गयाजिलाधिकारी विशाख जी0 ने इस अवसर पर निदेशालय सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास उ0प्र0 लखनऊ से प्राप्त स्मारिका का विमोचन किया।इसके पश्चात पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एवं यातायात के साथ ही बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं जनपद स्तरीय अन्य अधिकारीगणों को प्रतीक झण्डे लगाकर इस पावन पर्व को हर्षाेउल्लास से मनाया। इस दौरान सभी अधिकारियों ने दान पात्र में स्वैक्षिक दान किया। इस अवसर पर भूतपूर्व सैनिकों ने भी उत्साह के साथ हिस्सा लिया।
बताते चलें कि 07 दिसम्बर को सन् 1949 से पूरे देश में सशस्त्र सेना झंण्डा दिवस के रूप में शहीदों और वर्दी धारियों, जिन्होने देश के सम्मान की रक्षा के लिये हमारी सीमाओं पर बहादुरी से लडाई लडने, का सम्मान करने के लिये मनाया जाता है। यह आयोजन देश की सुरक्षा एवं अखण्डता की रक्षा के लिये सीमाओं पर बहादुरी से लडाई लडने और अपने प्राणों की आहुति देने वाले सैनिकों की वीर नारियों, अपंग एवं गम्भीर बीमारियों से जूझ रहें पूर्व सैनिकों एव उनके आश्रितों, दीन हीन पूर्व सैनिकों जो उच्च खर्च वहन करने में सक्षम नहीं हैं, की सहायता करने, एवं उनके देख भाल करने के लिये हमारे दायित्व को दर्शाताहैसशस्त्र सेना झंण्डा दिवस का आयोजन कर हम देश के परमवीर, बलिदानी, त्यागी एवं शौर्य का परिचय देते हुए शहीद सैनिकों,जिन्होने राष्ट्र को अपने त्याग और बलिदान से गौरवन्वित किया है, उन वीर जवानों के प्रति हम कृतज्ञता व्यक्त करते हैं,
औरउनके आश्रितों की देख भाल और समर्थन के लिए इस सुअवसर पर नागरिकों से यथा शक्ति धन संग्रह का पुण्य कार्य करते हैं। इस दिन थल सेना, नौसेना और वायु सेना के जवानों द्वारा दी गई सेवाओं को याद किया जाता है। यह हमारे देश के प्रत्येक नागरिक का सामूहिक कर्तव्य है कि वह हमारे वीर शहीदों और विकलांग सैनिकों के आश्रितों के पुनर्वास और कल्याण को सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों, संभ्रांत नागरिकों, समाज सेवियों से अनुरोध किया है कि इस पुनीत दिवस को पूरे उत्साह के साथ मनायें और यथाशक्ति योगदान करें।