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उत्तरकाशी में एक 55 साल पुरानी मस्जिद को लेकर विवाद गरमा गया

एक समुदाय के धार्मिक संगठन ने मस्जिद को अवैध बताते हुए प्रशासन के खिलाफ जनाक्रोश रैली आयोजित की

उत्तरकाशी में एक 55 साल पुरानी मस्जिद को लेकर विवाद गरमा गया है. यह विवाद उस समय और बढ़ गया जब एक समुदाय के धार्मिक संगठन ने मस्जिद को अवैध बताते हुए प्रशासन के खिलाफ जनाक्रोश रैली आयोजित की. रैली के दौरान पुलिस-प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए और इसके हल्के में लेने की कीमत चुकानी पड़ी. इस विवाद से शहर का माहौल तनावपूर्ण हो गया, जिसके बाद पुलिस ने आठ नामजद और 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.

उत्तरकाशी के बाड़ाहाट क्षेत्र में वरुणावत पर्वत की तलहटी में स्थित इस मस्जिद का निर्माण वर्ष 1969 में हुआ था. मस्जिद के लिए करीब 4 नाली और 15 मुठ्ठी भूमि का सौदा एक समुदाय के व्यक्ति द्वारा दूसरे समुदाय के सात लोगों को बेचे जाने से किया गया था. वर्ष 2005 में इस मस्जिद की जमीन का दाखिला खारिज कर दिया गया, जिससे यह कानूनी विवाद में आ गई. सितंबर 2023 में, एक समुदाय के धार्मिक संगठन ने इस मस्जिद को अवैध करार देकर जिला प्रशासन से इसके निर्माण को लेकर आरटीआई में जानकारी मांगी.

आरटीआई में मिली जानकारी के आधार पर संगठन ने मस्जिद को अवैध घोषित कर दिया और इसके खिलाफ आवाज उठाने का फैसला किया. इसके बाद, 6 सितंबर को इस संगठन ने अवैध मीट की दुकानों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए मस्जिद के खिलाफ नारेबाजी की. संगठन ने अक्तूबर माह में मस्जिद के खिलाफ एक बड़ी जनाक्रोश रैली का कार्यक्रम भी घोषित कर दिया था.

मस्जिद सरकारी भूमि पर नहीं- प्रशासन

21 अक्तूबर को जिला प्रशासन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस विवाद को शांत करने की कोशिश की. प्रशासन ने कहा कि यह मस्जिद सरकारी भूमि पर नहीं, बल्कि निजी जमीन पर बनी है, और यह मुस्लिम वक्फ विभाग के सरकारी गजट में भी अनुसूचित है. लेकिन धार्मिक संगठन इस जानकारी को मानने को तैयार नहीं हुआ और मस्जिद को अवैध बताकर इसे हटाने की मांग पर अड़ा रहा.

 शरारती तत्व ने पुलिस पर फेंकी बोतल 

26 अक्तूबर को संगठन ने मस्जिद के खिलाफ एक जनाक्रोश रैली निकाली. रैली को प्रशासन ने एक निर्धारित रूट से निकालने की अनुमति दी थी, ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे. लेकिन रैली में शामिल प्रदर्शनकारी मस्जिद के पास से गुजरने पर अड़ गए, जिससे पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तनाव बढ़ गया. इसी दौरान किसी शरारती तत्व ने पुलिस पर बोतल फेंक दी, जिसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास किया. इससे स्थिति बिगड़ गई और दोनों पक्षों में झड़प हो गई. पथराव और लाठीचार्ज की घटना के बाद पुलिस ने आठ नामजद और 200 अज्ञात प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया.

शहर में जगह-जगह दिखा तनाव का माहौल

विवाद के चलते उत्तरकाशी में तीसरे दिन भी माहौल तनावपूर्ण रहा. प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल की जिला इकाई के अध्यक्ष सुभाष बडोनी ने गंगा यमुना घाटी के व्यापारियों की एकजुटता की सराहना की है. साथ ही, उन्होंने दिवाली के मद्देनजर शहर में सभी इकाइयों से साप्ताहिक बंदी खत्म करने और प्रतिष्ठान खोलने की अपील की है, ताकि लोग दिवाली की खरीदारी कर सकें. इसके बावजूद शहर में जगह-जगह तनाव का माहौल देखा गया.

घटना के बाद शहर में धारा 163 की लागू 

पथराव और लाठीचार्ज की घटना के बाद, प्रशासन ने पूरे जनपद में धारा 163 लागू कर दी. जिले में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है. विवाद को देखते हुए सभी प्रमुख क्षेत्रों में पुलिस तैनात की गई है और प्रशासन ने किसी भी प्रकार की शांति व्यवस्था में खलल डालने वाले तत्वों पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया है. इसके अलावा, मस्जिद की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और धार्मिक संगठनों के साथ संवाद कायम रखने की कोशिश की जा रही है, ताकि हालात को सामान्य किया जा सके.

महापंचायत में लिया जाएगा निर्णय

धार्मिक संगठन ने आगामी 4 नवंबर को उत्तरकाशी में महापंचायत बुलाने का ऐलान किया है. संगठन का कहना है कि इस मस्जिद को हटाने के लिए महापंचायत में अहम निर्णय लिया जाएगा. प्रशासन के लिए यह एक बड़ी चुनौती बन गई है, क्योंकि इससे स्थिति और बिगड़ने की संभावना हो सकती है. पुलिस-प्रशासन ने महापंचायत को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने का निर्णय लिया है और सभी संबंधित पक्षों से अपील की है कि शांति बनाए रखें.

विवाद से जुड़े पांच बड़े अपडेट:

1. उत्तरकाशी में बवाल के बाद पूरे जनपद में धारा 163 लागू की गई है.

2. पथराव और लाठीचार्ज की घटना के बाद शहर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है.

3. विवाद में 208 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया, जिसमें आठ नामजद और 200 अज्ञात शामिल हैं.

4. जिले के विभिन्न इलाकों में दूसरे दिन भी बाजार बंद रहे.

5. संगठन ने 4 नवंबर को महापंचायत बुलाने का ऐलान किया है, जिसमें मस्जिद को लेकर बड़ा निर्णय लिया जा सकता है.

कानून का पालन करने की पुलिस-प्रशासन की अपील

उत्तरकाशी में मस्जिद को लेकर उपजा विवाद शहर में शांति व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती बन चुका है. पुलिस और प्रशासन इस स्थिति पर काबू पाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, लेकिन धार्मिक संगठनों के महापंचायत बुलाने के ऐलान से हालात और अधिक संवेदनशील हो सकते हैं. सभी पक्षों से अपील की जा रही है कि कानून का पालन करें और शांति बनाए रखें. प्रशासन का कहना है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना उनकी प्राथमिकता है, और किसी भी असामाजिक तत्व को शांति भंग करने की इजाजत नहीं दी जाएगी.

JNS News 24

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