हसायन, सिकंदराराऊ गौशाला की बदहाली उजागर करने पर पत्रकार पर जानलेवा हमला
हाथरस। आपको बताये जन्माष्टमी के पावन अवसर पर, सिकंदराराऊ तहसील के हसायन ब्लॉक में स्थित नगरिया पट्टी देवरी गांव की गौशाला में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है

हाथरस। आपको बताये जन्माष्टमी के पावन अवसर पर, सिकंदराराऊ तहसील के हसायन ब्लॉक में स्थित नगरिया पट्टी देवरी गांव की गौशाला में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। गौशाला की बदहाली को उजागर करने पहुंचे पत्रकारों पर हमला किया गया। जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। गौशाला की दयनीय स्थिति 16 अगस्त को जन्माष्टमी के दिन, अंतर्राष्ट्रीय गौमाता महासंघ के पदाधिकारी गौशाला का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्हें करीब तीन घंटे तक बाहर इंतज़ार करना पड़ा। जब गौशाला के दरवाज़े खुले, तो अंदर का नज़ारा बेहद निराशाजनक था। पूरा परिसर कीचड़ से भरा था, गंदगी फैली थी और गौवंश के लिए न तो पर्याप्त चारा था और न ही साफ पानी की व्यवस्था। इस बदहाली की तस्वीरें और वीडियो ले रहे पत्रकार अर्जुन सिंह पर ग्राम निवासी अवधेश और उनके पिता किशनपाल ने हमला कर दिया। हमलावरों ने पहले पत्रकार का माइक छीना, फिर गाली-गलौज करते हुए दरांती और डंडे से उन पर वार किया। इस हमले में पत्रकार बाल-बाल बचे। आरोप है कि इस दौरान ग्राम प्रधान पति निरोत्तम सिंह भी मौजूद थे और उन्होंने भी गाली गलौज जान से मारने की धमकी दी। इस हमले में घायल हुए पत्रकार अर्जुन सिंह ने तत्काल डॉयल 112 पर कॉल की मोके पर पहुंची पुलिस दोनों को हसायन कोतवाली लाई पत्रकार ने लिखित शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं, पीड़ित पत्रकार का यह भी आरोप है कि अब उन्हें लगातार फोन कर समझौते के लिए दबाव बनाया जा रहा है ताकि यह मामला आगे न बढ़े। पत्रकार अर्जुन सिंह ने अबधेश, उसके पिता किशनपाल, प्रधान पति निरोतम सिंह पर कानूनी कार्यवाही की मांग की हैं। इस घटना ने एक बार फिर से सरकारी योजनाओं की खामियों और सच्चाई सामने लाने वालों पर होने वाले हमलों को उजागर किया है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है व पत्रकारों को सुरक्षा मिल पाती है या नहीं ?