देश की राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को जगह-जगह दिल्ली पुलिस की टीमें एक्शन मोड में दिखाई दी
पुलिस को देखकर ऐसा लग रहा था कि वो किसी बड़ी कार्रवाई को अंजाम देने वाली है,
देश की राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को जगह-जगह दिल्ली पुलिस की टीमें एक्शन मोड में दिखाई दी. पुलिस को देखकर ऐसा लग रहा था कि वो किसी बड़ी कार्रवाई को अंजाम देने वाली है, लेकिन दिल्ली पुलिस की इस गतिविधि से राष्ट्रीय राजधानी में रहने वाले लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. ऐसा इसलिए पिछले तीन दिनों से दिल्ली ईमेल के जरिए बम अफवाहों को व्याप्त भय को दूर करने के लिए पुलिस दिल्ली के कई स्थानों पर सुरक्षा खतरे को देखते हुए मॉकड्रिल में जुटी है. दरअसल, दिल्ली पुलिस ने एक्स पोस्ट में दिल्ली वालों से एक अपील की है. पुलिस ने सभी से कहा, सभी लोग ध्यान रखें, शुक्रवार को दिल्ली पुलिस अलग-अलग स्थानों पर मॉक ड्रिल कर रही है. सभी से अनुरोध है कि वे पुलिस के इस मुहिम में उनका सहयोग करें. साथ ही पुलिस की मॉक ड्रिल की वजह से घबराएं नहीं.
200 स्कूलों को मिली थी बम की धमकीदरअसल, बुधवार (एक मई) को दिल्ली एनसीआर के 200 स्कूलों को ईमेल जरिए बम ब्लास्ट की धमकी मिली. इस सूचना के बाद पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में हड़कंप मच गया. दिल्ली पुलिस अचानक हरकत में आ गई. खुफिया एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया. स्कूलों से अफरातफरी के बीच किसी तरह छात्रों को घर वापस भेज दिया गया. बच्चों के अभिभावक दहशत में आ गए और जहां थे वहीं से स्कूल पहुंच गए.
पुलिस हेडक्वार्टर में मचा था हड़कंप इससे दिल्ली पुलिस उबर भी नहीं पाई थी कि गुरुवार को एक किशोर ने पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा के आईडी पर ईमेल के जरिए नांगलोई इलाके में बम रखने की सूचना थी. इस सूचना के बाद एक बार फिर पुलिस हरकत में आई. जांच के दौरान नांगलोई इलाके में पुलिस को कुछ नहीं मिला. पुलिस ने मेल भेजने के आरोप में एक किशोर को हिरासत में लिया. पूछताछ में किशोर ?से ने बताया कि उसने शरारत किया है. उसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली. पुसिल ने किशोर की काउंसलिंग की और उसे माता-पिता के हवाले कर दिया.
माहौल को नॉर्मल बनाने की कोशिश पिछले तीन दिनों के दौरान बम थ्रेट की लगातार सूचना मिलने के बाद दिल्ली वालों में एक तरह से भय माहौल है. इस बात को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने राजधानी के कई क्षेत्रों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया है. ताकि माहौल को नॉर्मल बनाने में मदद मिल सके.