राजस्व अभिलेखों के डिजिटाइजेशन का कार्य तेज़ी से प्रगति पर, जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण
अब तक ढाई लाख अभिलेख हुए डिजिटाइज़्ड, 25 से 27 लाख पृष्ठों का होगा डिजिटाइजेशन

अलीगढ़ : जिलाधिकारी संजीव रंजन ने कैम्प कार्यालय पर संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करने के उपरांत कलैक्ट्रेट स्थित राजस्व अभिलेखागार में चल रहे राजस्व अभिलेखों के डिजिटाइजेशन कार्य का भी निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि समस्त अभिलेखों का डिजिटाइजेशन कार्य उच्चतम गुणवत्ता एवं पूर्ण पारदर्शिता के साथ समयबद्ध ढंग से पूर्ण किया जाए। जिलाधिकारी संजीव रंजन ने इस महत्वपूर्ण परियोजना को राजस्व व्यवस्था में व्यापक पारदर्शिता, त्वरित अभिलेख उपलब्धता एवं ई-गवर्नेंस की दिशा में मील का पत्थर बताते हुए सभी संबंधित अधिकारियों एवं तकनीकी टीम को कार्य को समय से पूर्व पूर्ण करने के लिए प्रेरित किया। जिलाधिकारी ने राजस्व अभिलेखों के डिजिटाइजेशन कार्य की मॉनिटरिंग के लिए चार सदस्यीय टीम- एडीएम ई, एसटीओ, प्रभारी अधिकारी रिकॉर्ड रूम एवं ईडीएम का गठन कर कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण कराने के निर्देश दिए। डिजिटाइजेशन कार्य की निगरानी कर रहे अपर जिलाधिकारी प्रशासन पंकज कुमार ने बताया कि ब्लिस आईटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से लगभग एक माह पूर्व से डिजिटाइजेशन कार्य आरंभ किया गया है। अब तक ढाई लाख से अधिक पृष्ठों की स्कैनिंग का कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण किया जा चुका है। कुल 25 से 27 लाख पृष्ठों के स्कैनिंग का लक्ष्य निर्धारित है, जिसे सितंबर 2025 के अंत तक पूरा कर लिए जाने की योजना है ईडीएम राजपूत ने अवगत कराया कि डिजिटाइजेशन कार्य में 15 स्कैनर और 3 क्वालिटी चेकर मशीनें लगातार क्रियाशील हैं। कार्य स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था को भी सुदृढ़ किया गया है। कार्य कक्ष के भीतर 4 एवं बाहर 2 कैमरे लगाए गए हैं, जिससे हर गतिविधि की निगरानी सुनिश्चित हो रही है। उन्होंने यह भी बताया कि जिन अभिलेखों का डिजिटाइजेशन कार्य पूर्ण हो रहा है, उनकी बाइंडिंग का कार्य भी समानांतर रूप से किया जा रहा है, ताकि दस्तावेज सुव्यवस्थित और सुरक्षित बने रहें। डिजिटाइजेशन परियोजना की परिकल्पना के अगले चरण के रूप में एक ऑनलाइन पोर्टल विकसित किया जाएगा, जिसमें आवेदकों एवं अधिवक्ताओं को अपने से सबंधित आवश्यक राजस्व अभिलेखों की नकल प्राप्त करने की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। यह पोर्टल पारदर्शी, सरल एवं जनसुलभ होगा, जिससे आमजन को अभिलेखों के लिए कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। उन्होंने बताया कि राजस्व अभिलेखागार में चल रही डिजिटाइजेशन कार्य में कृष्ण कुमार ब्लिस आईटी टीम का बड़े ही अच्छे ढंग से सहयोग कर रहे हैं।