डीएम एवं सीएमओ के फर्जी हस्ताक्षर से जारी पत्र का जिलाधिकारी ने लिया संज्ञान
सीएमओ को सम्बन्धित के विरूद्ध एफआईआर कराते हुए कड़ी कार्यवाही के दिये निर्देश
जिलाधिकारी ने जनपद के समस्त निजी चिकित्सकों को किया आश्वस्त, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
अलीगढ़ – जिला मजिस्ट्रेट इन्द्र विक्रम सिंह ने मुख्य चिकित्साधिकारी अलीगढ़ एवं जिलाधिकारी अलीगढ़ के फर्जी हस्ताक्षर से जारी हुए पत्र का संज्ञान लेते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी अलीगढ़ डा0 नीरज त्यागी को निर्देशित किया है कि वह इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए सम्बन्धित के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराते हुए कड़ी कार्यवाही कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने जनपद के सभी निजी चिकित्सकों को आश्वस्त किया कि दोषी के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही अमल में लाई लाएगी।
फर्जी पत्र का मजमून:
विदित रहे कि 17 सितम्बर रविवार को मुख्य चिकित्साधिकारी एवं जिलाधिकारी अलीगढ़ के हस्ताक्षर से जारी पत्र में जनपद के समस्त निजी चिकित्सकों को आदेशिक किया गया है कि राष्ट्रीय टी0बी0 उन्मूलन के अन्तर्गत महामहिम राज्यपाल उ0प्र0 के टी0बी0 मरीजों को गोद लेने के कार्यक्रम के अन्तर्गत स्वेक्षा से कम से कम दो मरीज गोद लेने हैं। पत्र में मरीज को पोष्टिक आहार चना, सोयाबीन, मूंगफली, प्रोटीनेक्स एवं हॉर्लिक्स के डिब्बे निरन्तर छः माह तक उपलब्ध कराने या प्रति मरीज के दर से 10 हजार रूपये जिला समन्वयक विवेक चौहान को उपलब्ध कराकर रशीद प्राप्त करने की बात कही गयी है। पत्र में आदेश की अवहेलना करने उस निजी चिकित्सक, हास्पीटल, क्लीनिक का रीनियूवल या रजिस्ट्रेशन न किये जाने एवं भारतीय दण्ड विधान आईपीसी की धारा 269 एवं 270 के अन्तर्गत कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि यह पत्र पूरी तरह से फर्जी है, जिला प्रशासन द्वारा इसका पूरी तरह से खण्डन किया जाता है। फर्जी पत्र का त्वरित संज्ञान लेते हुए अग्रिम कार्यवाही जारी है।